तोलगे जंगल में दो दिन तक छिपा रहा हत्यारा, पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा— हत्या का राज उगलवाया,, देखें खबर…

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 20 नवंबर।
लैलूंगा थाना पुलिस ने दो दिन तक जंगलों की ओट में छिपे उस आरोपी को आखिर पकड़ ही लिया, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही थी। पत्नी की हत्या कर फरार आलाप अगरिया को पुलिस ने तोलगे के घने जंगलों से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
पूरा मामला 17 नवंबर को उस समय सामने आया जब ग्राम तोलगे की 30 वर्षीय अमासो अगरिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी गिरधारी साव टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां मौजूद चैतन प्रसाद भुईहर निवासी ऐकरा ने बताया कि अमासो की हत्या उसके पति आलाप अगरिया ने ही की है। प्राथमिक जांच में शव पर चोट के निशान मिलने से आशंका मजबूत हुई कि यह सामान्य मौत नहीं, बल्कि हत्या है।
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और उसी रात से आरोपी की तलाश शुरू कर दी। लेकिन हत्या के बाद से आलाप गहरे जंगलों में गायब हो चुका था। उसकी गतिविधियों और छिपने के संभावित ठिकानों को देखते हुए पुलिस ने मुखबिर तैनात किए।
दो दिनों तक कोई सुराग नहीं मिला, तभी आज सुबह पुलिस को खबर मिली कि आरोपी तोलगे जंगल के अंदरूनी हिस्से में देखा गया है। सूचना पाते ही थाना प्रभारी ने टीम के साथ घेराबंदी करते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। करीब एक घंटे की खोजबीन के बाद पुलिस ने आरोपी को झाड़ियों में छिपे हाल में पकड़ लिया।
पूछताछ में सामने आया कि 16 नवंबर की रात पति-पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आलाप ने टांगी के बेंट से पत्नी पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी के मेमो पर वारदात में प्रयुक्त टांगी का बेंट और घटना के समय पहनी लुंगी भी बरामद कर ली है।
मामले में थाना लैलूंगा में अपराध क्रमांक 299/2025 धारा 103(1) बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई। आज आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
आरोपी की धरपकड़ एसपी दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और धरमजयगढ़ एसडीओपी सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में की गई। इस सफलता में थाना प्रभारी गिरधारी साव, सहायक उप निरीक्षक डीपी चौहान, आरक्षक गोविंद बनर्जी, राजू तिग्गा और चमार साय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जंगल में दो दिनों तक चलने वाली खोज, लगातार बदल रहे सुराग और आरोपी की गिरफ्तारी के साथ यह मामला अब पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है—विवाद की एक रात ने एक परिवार को तबाह कर दिया और अपराधी को जंगलों में भटकने पर मजबूर कर दिया।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट