पंडरवा पहाड़ी हनुमान मंदिर बना आस्था का केंद्र, परचा बाबा अजय उपाध्याय के दिव्य दरबार में उमड़ी हजारों की भीड़

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम शक्ति।
छत्तीसगढ़ के शक्ति जिले की आध्यात्मिक पहचान बने पंडरवा पहाड़ी हनुमान मंदिर में इन दिनों ऐसा अलौकिक उल्लास देखने को मिल रहा है, जो पिछले कई वर्षों में कभी नहीं देखा गया। पहाड़ी की शांति और हनुमानजी की भक्ति से भरा वातावरण इन दिनों दिव्य ऊर्जा से स्पंदित है। कारण है—चित्रकूट के प्रसिद्ध सिद्ध साधक, परचा बाबा गुरूदेव पंडित अजय उपाध्याय का दिव्य दरबार, जहाँ समाधान की तलाश में हजारों की भीड़ अनवरत उमड़ रही है।
बीते कुछ दिनों से मंदिर परिसर में सुबह से लेकर देर रात तक भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। सोमवार की शाम को तो स्थिति यह रही कि भीड़ को देखते हुए पंडित अजय उपाध्याय ने रात 10 बजे तक दरबार को जारी रखा। उनकी यही सहजता, सरलता और निस्वार्थ सेवा भाव उन्हें भक्तों के बीच “परचा बाबा” के रूप में विख्यात बनाता है।
पंडित उपाध्याय के बारे में भक्तों का मानना है कि उन्हें हनुमान जी और माता संतोषी की विशेष कृपा प्राप्त है। उनकी विशिष्ट सिद्धि यह है कि सामने बैठे श्रद्धालु की समस्या वह बिना पूछे ही समझ लेते हैं और परचा में लिखकर उसका समाधान बताते हैं। भूतकाल, वर्तमान और भविष्य की सटीक अनुभूति करने की उनकी क्षमता भक्तों में गहरी आस्था जगाती है। कई लोग बताते हैं कि “गुरूदेव के सामने बैठते ही मन का बोझ हल्का हो जाता है।”
परिवार से लेकर रोजगार तक… हर समस्या का समाधान
दिव्य दरबार में आने वाले भक्तों की समस्याएँ विविध हैं—कभी पारिवारिक कलह, कभी स्वास्थ्य संकट, कहीं व्यापार में हानि, तो कहीं विवाह में रुकावटें। युवा वर्ग रोजगार और मानसिक तनाव का समाधान पाने पहुँच रहा है। पंडित उपाध्याय हर श्रद्धालु की बात को धैर्यपूर्वक सुनते हैं और निवारण बताकर उन्हें सकारात्मक ऊर्जा का संबल देते हैं। यही कारण है कि भक्तों की कतारें पूरे दिन बिना रुके आगे बढ़ती रहती हैं।

आध्यात्मिक ऊर्जा से झिलमिलाया मंदिर परिसर
संध्या के समय मंदिर प्रांगण का दृश्य और भी मनोहारी हो उठता है। मंत्रोच्चार, आरती, साधना और भक्ति संगीत की गूंज से पूरा परिसर आध्यात्मिक वातावरण में डूब जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंडरवा पहाड़ी पर पहली बार इस स्तर का दिव्य आयोजन देखने को मिल रहा है, जिसने क्षेत्र को एक नए आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र का स्वरूप दे दिया है।
सरलता और सेवा भाव ने जीता दिल
पंडित अजय उपाध्याय के प्रति लोगों में श्रद्धा उनकी सिद्धि से उतनी नहीं, जितनी उनके सरल स्वभाव और निस्वार्थ सेवा से है। वे निशुल्क परामर्श देते हैं और हर आगंतुक को सम्मानपूर्वक समय देते हैं। कई ग्रामीण श्रद्धालुओं का कहना है कि, “आज के समय में इतने बड़े सिद्ध साधक का बिना किसी शुल्क के सेवा देना ही चमत्कार से कम नहीं है।”
पंडरवा पहाड़ी हनुमान मंदिर में चल रहा यह दिव्य दरबार अभी जारी रहेगा। भक्तों की बढ़ती भीड़ इस बात का प्रमाण है कि यहाँ केवल दर्शन ही नहीं, बल्कि समाधान और शांति का अनुभव मिल रहा है। शक्ति जिले के लिए यह आयोजन आध्यात्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व दोनों के लिहाज से ऐतिहासिक माना जा रहा है।