सतनामी समाज पर विवादित टिप्पणी के बाद कथावाचक आशुतोष चैतन्य गिरफ्तार — बिलासपुर में तनाव, पुलिस ने हालात संभाले

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम बिलासपुर, 15 नवंबर 2025।
सतनामी समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद आखिरकार प्रसिद्ध कथावाचक आशुतोष चैतन्य को तखतपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की पुष्टि स्वयं एसएसपी रजनेश सिंह ने की है। बीते दो दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हुए विवादित वीडियो के बाद प्रदेशभर में सतनामी समाज के लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त था। समाज के प्रतिनिधियों ने लगातार कार्रवाई की मांग को लेकर स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे थे।
वीडियो वायरल होने के बाद भड़का आक्रोश
विवाद तब शुरू हुआ जब एक कथा कार्यक्रम के दौरान आशुतोष चैतन्य द्वारा समुदाय विशेष पर की गई टिप्पणी का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैल गया। वीडियो में कथित तौर पर सतनामी समाज को “मूर्ख” और “गाय काटने वाला” बताने जैसी बातें कही गई थीं, जिसके बाद समाज के लोग बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए।
पुलिस पर बढ़ रहा था दबाव
विकसित घटनाक्रम के बीच विरोध की तीव्रता हर घंटे बढ़ती जा रही थी। स्थानीय थाने से लेकर जिला स्तर तक समाज के प्रतिनिधियों ने कार्रवाई की मांग तेज कर दी थी। सुरक्षा व्यवस्था पर बढ़ते दबाव के मद्देनज़र पुलिस ने स्थिति को संवेदनशील मानते हुए तुरंत एक्शन लिया और आशुतोष चैतन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
माफी के बावजूद नहीं थमा विवाद
गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले कथावाचक आशुतोष चैतन्य ने वीडियो जारी कर सतनामी समाज से सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी थी। उन्होंने अपने बयान को “भावावेश में कही गई गलती” बताते हुए खेद व्यक्त किया।
हालांकि, समाज के प्रतिनिधियों का कहना था कि—
“माफी पर्याप्त नहीं है, कानून अपना काम करे और ऐसी टिप्पणी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।”
पुलिस-प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता
गिरफ्तारी के बाद बिलासपुर और आसपास के इलाकों में पुलिस बल बढ़ाया गया है। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ेगी
कथावाचक के खिलाफ दर्ज धाराओं और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी। प्रशासन ने साफ किया है कि “किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट