बिलासपुर के पास दिल दहला देने वाला रेल हादसा: पैसेंजर ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, 11 की मौत, कई घायल — रेस्क्यू जारी, जांच के आदेश (देखें एक्सीडेंट रेस्क्यु वीडियो)

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के रेल नेटवर्क को हिला देने वाली एक बड़ी दुर्घटना मंगलवार शाम घटित हुई। बिलासपुर-गेवरा रोड पैसेंजर ट्रेन और एक खड़ी मालगाड़ी के बीच जोरदार टक्कर हो गई। यह हादसा जयरामनगर और गतौरा स्टेशन के बीच शाम करीब 4 बजे हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि पैसेंजर ट्रेन का इंजन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और मालगाड़ी के डिब्बों पर चढ़ गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस हादसे में चार यात्रियों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है, जबकि 30 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई की स्थिति गंभीर है, जिन्हें बिलासपुर और चांपा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मौके पर रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।

राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर
दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, एनडीआरएफ टीम, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंच गए। ट्रेन की आगे की तीन बोगियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिनमें से महिला कोच को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
रेस्क्यू टीम गैस कटर की मदद से कोचों को काटकर यात्रियों को बाहर निकाल रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, “टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आसपास का इलाका हिल गया, कई यात्री अपनी सीटों से उछल पड़े।”
मृतकों और घायलों को आर्थिक सहायता
रेलवे प्रशासन ने हादसे के बाद मुआवजे की घोषणा की है —
मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख,
गंभीर रूप से घायलों को ₹5 लाख,
और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को ₹1 लाख की सहायता राशि दी जाएगी।
रेल प्रशासन ने कहा कि “हर प्रभावित यात्री को त्वरित सहायता प्रदान की जाएगी, किसी को भी इलाज या परिवहन में परेशानी नहीं आने दी जाएगी।”

जांच के आदेश, कारणों पर सस्पेंस
हादसे के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, सिग्नलिंग त्रुटि या संचार में चूक की संभावना जताई जा रही है।
रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) स्तर पर इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच टीम यह पता लगाएगी कि पैसेंजर ट्रेन को मालगाड़ी से टकराने की नौबत कैसे आई, जबकि दोनों ट्रेनों का संचालन नियंत्रित ब्लॉक सेक्शन में होता है।
यात्रियों के परिजनों के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर
यात्रियों और उनके परिजनों की सुविधा के लिए रेलवे ने आपातकालीन नंबर जारी किए हैं —
बिलासपुर: 7777857335, 7869953330
चांपा: 8085956528
रायगढ़: 9752485600
पेंड्रा रोड: 8294730162
कोरबा: 7869953330
प्रशासन सतर्क, हालात पर नजर
बिलासपुर कलेक्टर और एसपी घटनास्थल पर मौजूद हैं। जिला प्रशासन ने आसपास के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी है। वहीं, रेल मंत्री के कार्यालय से भी स्थिति पर लगातार निगरानी की जा रही है।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी बचाव कार्य में प्रशासन की मदद की। कई ग्रामीणों ने अपने वाहनों से घायलों को अस्पताल पहुँचाने में सहयोग किया।
समाचार सहयोगी सौरज साहू की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के पास गतौरा स्टेशन के लाल खदान क्षेत्र में एक भीषण रेल हादसे में 11 लोगों की मौत और 20 से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब गेवरा से बिलासपुर आ रही मेमू पैसेंजर ट्रेन ने रेड सिग्नल पार करते हुए आगे खड़ी मालगाड़ी से टक्कर मार दी।
हादसे में मेमू ट्रेन के लोको पायलट विधा सागर की मौत हो गई, जबकि सहायक लोको पायलट रश्मि राज गंभीर रूप से घायल हैं। मालगाड़ी का गार्ड कूदकर बच निकला।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मेमू का एक कोच मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया, जिससे कई यात्री कोच में फंस गए। राहत-बचाव कार्य जारी रहा और ट्रैक की मरम्मत का काम तेजी से शुरू किया गया।
इस हादसे में एक बच्चा ऋषि यादव जीवित बच गया, लेकिन उसके माता-पिता अर्जुन और शीला यादव की मौत हो गई।
रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, घायलों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं राज्य सरकार ने मृतकों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी द्वारा 6 नवंबर से उच्चस्तरीय जांच शुरू होगी, जिसमें हादसे की असली वजह और जिम्मेदारी तय की जाएगी।