पूजा-पाठ के नाम पर ठगी का खुलासा: पुलिस ने ठग गिरोह पकड़ा, एक महिला समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम दुर्ग।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो “पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र के जरिए पैसे को सौ गुना बढ़ाने” का झांसा देकर भोले-भाले लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। दुर्ग जिले की पुलगांव थाना पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 7 मोबाइल फोन, एक लाख रुपये नकद और एक सफेद अर्टिगा कार बरामद की गई है।
आर्थिक तंगी में फंसे ड्राइवर को बनाया निशाना
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने प्रेसवार्ता में बताया कि प्रार्थी रामकुमार जायसवाल, जो पेशे से ड्राइवर हैं, आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने परिचित राजू (निवासी जामगांव) से मदद मांगी। राजू ने उन्हें महाराष्ट्र निवासी एक व्यक्ति “छोटू” का नंबर दिया और कहा कि वह “पूजा-पाठ” के माध्यम से धन को कई गुना बढ़ाने की क्षमता रखता है।
“छोटू” ने रामकुमार को अपने गिरोह की सदस्य मंदा पासवान (निवासी यवतमाल, महाराष्ट्र) से संपर्क करने को कहा। मंदा पासवान ने विश्वास दिलाया कि वह “विशेष पूजा” के जरिए उनकी 11 लाख की रकम को 11 करोड़ में बदल सकती है।
पूजा के बहाने रची गई ठगी की साजिश
1 नवम्बर की रात मंदा पासवान अपने दो सहयोगियों के साथ सफेद अर्टिगा कार में दुर्ग पहुंची। उन्होंने बस स्टैंड के पास रामकुमार से मुलाकात की और “पूजा सामग्री” के नाम पर एक लाख रुपये, चावल, नींबू और अन्य सामान की मांग की। रात करीब आठ बजे “पूजा” की शुरुआत हुई।
इसी दौरान महिला ने रामकुमार को सिंदूर की डिब्बी लाने भेजा। जब वह वापस लौटा, तब तक तीनों आरोपी कार समेत मौके से फरार हो चुके थे। ठगी का एहसास होते ही रामकुमार ने तत्काल पुलगांव पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
घेराबंदी कर घंटों में पकड़े गए आरोपी
शिकायत मिलते ही पुलिस ने जिलेभर में नाकेबंदी अभियान चलाया। तकनीकी निगरानी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीनों आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी कार की नंबर प्लेट पर मिट्टी लगाकर अपनी पहचान छिपाने की कोशिश कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम मंदा पासवान, अमरदीप प्रहलाद और संजय विलास हैं। तीनों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
कई राज्यों में फैला था ठगी का जाल
जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में सक्रिय था। यह लोग धार्मिक आस्था और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को “धनवृद्धि” का लालच देकर ठगते थे।
पुलिस ने जब्त मोबाइल फोन और बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है ताकि अन्य पीड़ितों तक पहुंचा जा सके।
पुलिस की अपील — अंधविश्वास से रहें सावधान
एएसपी सुखनंदन राठौर ने आम नागरिकों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि “पूजा-पाठ” या “तंत्र-मंत्र” के माध्यम से पैसा बढ़ाने की बात करे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कहा कि “लालच और अंधविश्वास ही ऐसे ठग गिरोहों की ताकत हैं, जिसे तोड़ने के लिए जागरूकता जरूरी है।”
दुर्ग पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक अंतरराज्यीय ठगी गिरोह के लिए करारा झटका साबित हुई है, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी चेतावनी है जो आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए अंधविश्वास का सहारा लेते हैं। पुलिस की तत्परता से यह ठगी की साजिश विफल हुई और तीनों आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए।
डेस्क रिपोर्ट