भगोरा बना मिसाल:, “ग्रामीणों ने खुद के दम पर गांव को किया नशामुक्त, युवाओं और महिलाओं ने उठाया साहसिक कदम”

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़/तमनार।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भगोरा ने एक अद्भुत उदाहरण पेश किया है। यहां के ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयासों से अपने गांव को पूरी तरह नशामुक्त बना दिया है। यह सफलता किसी सरकारी योजना या प्रशासनिक अभियान की नहीं, बल्कि गांव के युवाओं और महिलाओं की जागरूकता, एकजुटता और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।
पिछले कई महीनों से ग्राम भगोरा के युवा और महिलाएं लगातार नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम कर रहे थे। परिणामस्वरूप आज गांव में शराब, गांजा या अन्य किसी भी नशे का सेवन पूरी तरह बंद हो चुका है। ग्रामीणों ने दिन के साथ-साथ रात में भी गश्त (रात्रि पेट्रोलिंग) की व्यवस्था की है ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में नशा लेकर प्रवेश न कर सके।

जनजागरूकता और साहस का मिला परिणाम
गांव के युवाओं ने बताया कि पहले कुछ लोग चोरी-छिपे नशा करते थे, जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा था। लेकिन आम जनता ने हिम्मत दिखाते हुए ऐसे लोगों को समझाया, और जो नहीं माने, उन्हें थाने की मदद से रोका गया। लगभग 20–25 दिनों के सतत प्रयास के बाद अब गांव पूरी तरह नशामुक्त घोषित किया जा चुका है।
गांव के जागरूक नागरिक अंतर्यामी गुप्ता ने बताया, “हम सबने ठान लिया है कि अब हमारे गांव में कोई भी व्यक्ति नशे जैसी बुराई में नहीं फंसेगा। हम युवा वर्ग को गलत रास्ते पर नहीं जाने देंगे। हमारा लक्ष्य है कि भगोरा हमेशा के लिए नशामुक्त बना रहे।”

इस मुहिम में युवाओं के साथ-साथ महिलाओं ने भी अहम भूमिका निभाई। सावित्री नायक, मैथिली, मीना साहू, कस्तूरी नायक सहित महिला समिति की सदस्यों ने घर-घर जाकर लोगों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में बताया और महिलाओं को जागरूक किया कि वे अपने परिवार के पुरुष सदस्यों को नशे से दूर रखें।
युवाओं की एकता बनी बदलाव की पहचान
इस अभियान में नरेंद्र गुप्ता, आदित्य नायक, आशिक नायक, माधव गुप्ता, प्रवीण बारिक, नितेश बारिक, कृष गुप्ता, रितेश गुप्ता, सचिन, रिंकू साहू, लोकेश्वर गुप्ता, भारत साहू, भोजराम बारिक, ललित गुप्ता सहित कई युवाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।

गांव में अब हर शाम युवा टोली गश्त करती है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखती है। ग्रामवासियों ने संकल्प लिया है कि यदि कोई व्यक्ति नशे की प्रवृत्ति दिखाता है, तो पहले उसे समझाया जाएगा, और जरूरत पड़ने पर पुलिस की मदद ली जाएगी।
ग्राम पंचायत भगोरा अब अन्य सामाजिक सुधारों की दिशा में भी काम शुरू कर चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि आने वाले समय में वे गांव में स्वच्छता, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण को लेकर अभियान चलाएंगे।

भगोरा का यह प्रयास न केवल तमनार ब्लॉक, बल्कि पूरे रायगढ़ जिले के लिए प्रेरणा बन गया है। जहां सरकारी तंत्र अक्सर नशा मुक्ति अभियानों में असफल साबित होता है, वहीं भगोरा ने साबित किया कि जब जनता खुद जागे, तो बदलाव अवश्य आता है।
समाचार सहयोगी नरेंद्र कुमार यादव के साथ पद्मनाभ प्रधान की रिपोर्ट