“18 लाख की गांजा खेप के साथ ‘हुंडई तस्करी एक्सप्रेस’ पकड़ी गई — घरघोड़ा पुलिस ने नाकेबंदी में दबोचा नशा तस्कर, ओडिशा से अंबिकापुर जा रहा था माल”		
			
एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉमरायगढ़/घरघोड़ा।
रायगढ़ जिले की घरघोड़ा पुलिस ने एक बार फिर नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने सूझबूझ और तत्परता दिखाते हुए नाकेबंदी के दौरान एक हुंडई सैंटाफ़े कार (CG 29 AH 2077) से 250 किलो गांजा बरामद किया है, जिसकी बाजार कीमत करीब 18 लाख रुपये आंकी गई है। इस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जो ओडिशा से अंबिकापुर गांजा लेकर जा रहा था।
जानकारी के मुताबिक, 30 अक्टूबर की शाम घरघोड़ा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक सफेद रंग की हुंडई कार में गांजा की बड़ी खेप रायगढ़ से लैलूंगा की ओर जा रही है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में लैलूंगा रोड पर बेरिकेडिंग कर नाकेबंदी की गई। कुछ देर बाद संदिग्ध कार दिखाई दी। पुलिस ने वाहन को रोकने का संकेत दिया, लेकिन चालक ने गति बढ़ाकर भागने की कोशिश की। तत्परता दिखाते हुए पुलिस टीम ने घेराबंदी कर कार को पकड़ लिया।
वाहन की तलाशी लेने पर पुलिस दंग रह गई — कार की सीटों के नीचे, दरवाजों के भीतर और डिक्की तक में गांजे के पैकेट ठूंसे हुए थे। कुल 250 पैकेट, प्रत्येक में 1 किलो गांजा भरा था। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम संतोष दास (26 वर्ष), निवासी ग्राम चीताबहारी, जिला सरगुजा बताया। उसने स्वीकार किया कि यह माल ओडिशा के सोनपुर से अंबिकापुर ले जाया जा रहा था।

जब पुलिस ने वाहन के दस्तावेज और मादक पदार्थ के परिवहन संबंधी कागजात मांगे, तो आरोपी कोई सबूत प्रस्तुत नहीं कर सका। इस पर पुलिस ने गांजा और वाहन दोनों को जब्त कर लिया।
घरघोड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस तस्करी नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और माल किसे सौंपा जाना था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय हो सकता है। ओडिशा से छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में गांजा तस्करी के कई पुराने मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन लक्ज़री कार में इस तरह की खेप की तस्करी एक नया तरीका है।
स्थानीय नागरिकों ने घरघोड़ा पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि इस तरह की सख्ती से नशा माफिया पर अंकुश लगेगा और युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सकेगा।
फिलहाल आरोपी संतोष दास से पुलिस की पूछताछ जारी है, और जल्द ही इस अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आने की उम्मीद है।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट
