छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर धान माफिया पर प्रशासन का शिकंजा! नायब तहसीलदार की दबिश, 60 बोरी अवैध धान जब्त

लैलूंगा प्रशासन की सख्त कार्रवाई से धान तस्करों में हड़कंप, बॉर्डर पार के बिचौलिये फरार
📍 रायगढ़/लैलूंगा (छत्तीसगढ़)
🗓 एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
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🔹 मुख्य बिंदु:
ओडिशा से छत्तीसगढ़ की ओर धान लाने की कोशिश नाकाम
नायब तहसीलदार के नेतृत्व में की गई गुप्त कार्रवाई
60 बोरी अवैध धान जब्त, वाहन को थाना परिसर में खड़ा कराया गया
अवैध कारोबारियों में मचा हड़कंप, कई व्यापारी मौके से फरार
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रविवार दोपहर रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के जमुना-टुरटूरा बॉर्डर पर प्रशासनिक टीम की दबिश ने धान माफियाओं के बीच हड़कंप मचा दिया।
लगातार मिल रही गुप्त सूचनाओं के बाद नायब तहसीलदार के नेतृत्व में की गई छापेमारी में प्रशासन ने करीब 60 बोरी अवैध धान जब्त किया है।
बताया जा रहा है कि यह धान ओडिशा से छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर लैलूंगा क्षेत्र में खपाने की कोशिश की जा रही थी।
टीम ने मौके पर पहुंचकर वाहन को जब्त किया और उसे थाना परिसर में सुरक्षित रखवाया गया है।
फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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गुप्त सूचना के आधार पर रची गई कार्यवाही
प्रशासन को पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि सीमा क्षेत्र के रास्तों से अवैध रूप से धान की आवाजाही की जा रही है।
इस पर नायब तहसीलदार ने गुप्त निगरानी रखी और रविवार दोपहर कार्रवाई को अंजाम दिया।
अभियान के दौरान टीम ने कई बिचौलियों और संदिग्ध वाहनों की जांच भी की, जिनमें से एक वाहन में भारी मात्रा में अवैध धान पाया गया।
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“किसी को बख्शा नहीं जाएगा” — नायब तहसीलदार
नायब तहसीलदार ने कहा,
> “राज्य सरकार किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी कर रही है।
अवैध धान परिवहन या खरीदी में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
किसी भी सूरत में ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।”
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सीमा पर बढ़ी सख्ती, माफियाओं में खलबली
कार्रवाई की खबर फैलते ही जमुना-टुरटूरा बॉर्डर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
कई छोटे व्यापारी और बिचौलिए वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि
> “ऐसे सख्त कदम से अवैध कारोबार पर लगाम लगेगी और असली किसानों को न्याय मिलेगा।”
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धान सीजन में बढ़ जाती है तस्करी
हर साल धान खरीदी सीजन में छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर धान तस्करी का जाल फैल जाता है।
ओडिशा के व्यापारी कम दाम में धान खरीदकर छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर बेचने की कोशिश करते हैं।
इसी वजह से राज्य सरकार ने सीमा पर विशेष निगरानी दल और चौकसी व्यवस्था लागू की है।
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प्रशासन का स्पष्ट संदेश — “अब कोई भी धान तस्कर सुरक्षित नहीं”
लैलूंगा प्रशासन की इस कार्रवाई से साफ संकेत मिल गया है कि
अब धान तस्करी के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जाएगी।
अवैध कारोबार करने वालों पर आर्थिक जुर्माना और कानूनी कार्रवाई दोनों की तैयारी की जा रही है।
समाचार सहयोगी योगेश चौहान की रिपोर्ट