4 माह के दरमियान भाजपा जिला अध्यक्ष हटाए गए नए जिला अध्यक्ष की हुई ताजपोशी

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम कोरबा। भाजपा के नये जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी बनाए गए इस आशय के आदेश प्रदेश अध्यक्ष ने जारी कर दिए चार माह पहले ही मनोज शर्मा को भाजपा जिला अध्यक्ष की कमान सौपी गई थी ऐसा पहली बार हुआ है की 4 माह के दरमियान भाजपा जिला अध्यक्ष को बदलना पड़ा है ऐसा माना जा रहा है कि कोरबा जिले में घटित राजनीतिक घटनाक्रम और पाली में हुए हत्याकांड के मामले में पार्टी ने अनुशासन का डंडा चलाया है.
बता दे की कोरबा नगर पालिका निगम में सभापति के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल के खिलाफ नूतन सिंह ठाकुर को भाजपा के पार्षदों ने अपना मत देकर नगर निगम का सभापति बनाए इस मामले में भाजपा की भारी किरकिरी हुई है वही निगम सभापति चुनाव के बाद से ही अनुशासन का डंडा घूम रहा था लेकिन कयास जो लगाया जा रहा था उससे उलट भाजपा संगठन ने अपने भाजपा जिला अध्यक्ष पर ही अनुशासन का डंडा चला कर मात्र 4 महीने का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया और हटा दिए गए.
बताया तो यह भी जा रहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा को हटाए जाने का एक और कारण पाली हत्याकांड का भी है जिसमें भाजपा का मंडल अध्यक्ष आरोपित है वही जिस व्यक्ति की हत्या हुई वह भी भाजपा कार्यकर्त्ता था मसलन पाली कोयला खदान में खंदक की लड़ाई में एक भाजपा कार्यकर्ता की जान ले ली दूसरा आरोपी बना इस मामले को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है की “सिर मुड़ाते ओले पड़े” मसलन मनोज शर्मा के भाजपा जिला अध्यक्ष बनने के बाद 4 महीने के दरमियान ही दो बड़ी घटनाओं ने भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा की कुर्सी पर ग्रहण लगा दिया था जिसका पटाक्षेप करते हुए भाजपा हाई कमान ने मनोज शर्मा को हटाकर गोपाल मोदी को नई जिम्मेदारी सौपी है. गोपाल मोदी बने भाजपा जिला अध्यक्ष बहरहाल गोपाल मोदी को कोरबा भाजपा का जिला अध्यक्ष बनाया गया है बताते चले की मनोज शर्मा की नियुक्ति के समय भी गोपाल मोदी का नाम जिला अध्यक्ष के लिए ऊपर चल रहा था लेकिन एक राजनीतिक घटनाक्रम में मनोज शर्मा को जिला अध्यक्ष बना दिया और गोपाल मोदी बनते बनते रह गए थे लेकिन कहते है जिसका राजयोग चल रहा होता है वाह एन केन प्राकारेण गद्दी हासिल कार ही लेता है वहीं हुआ गोपाल मोदी के साथ, भाजपा जिलाध्यक्ष अपनी कार्यकारिणी भी नहीं बना पाए थे और पड़ से हटना पड़ा.