स्मार्ट मीटर से बढ़ रहा था बिल! चेक मीटर ने किया खुलासा.. हकीकत जानकर चौंक जाएंगे आप

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम हरदोई। उपभोक्ताओं की लगातार मिल रही शिकायतों के बीच आखिरकार स्मार्ट मीटर की पोल खुल ही गई। बिजली उपभोक्ता लंबे समय से मीटर की तेज रीडिंग और अनियमित बिलिंग से परेशान थे, लेकिन अधिकारी शिकायतों को नकारते रहे। अब मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की जांच में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। दिसंबर 2024 से हरदोई में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हुआ था। अब तक 16 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। शुरुआत से ही इन मीटरों को लेकर असंतोष देखने को मिला।
कई उपभोक्ताओं ने बताया कि उनके मीटर तेज गति से चल रहे हैं। बक्सपुरवा निवासी दिलीप कुमार शुक्ला ने शिकायत की थी कि उनका मीटर दो गुना तेजी से यूनिट दर्ज कर रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।स्थिति तब स्पष्ट हुई जब अंकुश गुप्ता ने चेक मीटर लगवाया। जांच में सामने आया कि जहां चेक मीटर ने केवल 85 यूनिट दर्ज किए, वहीं स्मार्ट प्रीपेड मीटर ने 462 यूनिट दिखाए। यानी उपभोक्ता को 377 यूनिट अधिक का बिल चुकाना पड़ता। यही नहीं, उपभोक्ता के स्मार्ट मीटर में 3 किलोवाट 350 वॉट भार दर्ज हुआ जबकि चेक मीटर पर वास्तविक भार सिर्फ 860 वॉट निकला।
इससे यह साफ हो गया कि मीटर न केवल यूनिट तेज गिन रहा था, बल्कि लोड भी गलत तरीके से ज्यादा दर्ज कर रहा था। इस गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद विभाग ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल एक मामला नहीं है, बल्कि ऐसे अनगिनत उपभोक्ता हो सकते हैं जो गलत बिलिंग से परेशान हो रहे हैं।