साइबर एसपी के नाम से दी रायगढ़ के स्टूडेंट को दी धमकी, डाटा डिलीट कराने पैसे की डिमांड
वीडियो डाटा डिलीट करने के नाम पर मांगे गए रुपए
अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़। साइबर ठग ने पुलिस अफसर बनकर रायगढ़ के एक स्टूडेंट को कॉल कर वीडियो डाटा इंटरनेट से डिलीट करने के नाम पर धमकाते हुए पैसों की मांग की…
जिसकी रिकॉर्डिंग स्टूडेंट ने रायगढ़ पुलिस को दी, कॉल में ठग ने स्टूडेंट को हर तरीके से डराने धमकाने का प्रयास किया ताकि वह उनके जाल में फंसकर रुपए ट्रांसफर कर दे,लेकिन स्टूडेंट ने समझदारी दिखाई और कॉलर को रुपए ट्रांसफर नहीं किए और इसकी जानकारी रायगढ़ पुलिस को दी।
यह है पूरा मामला – दरअसल रायगढ़ के एक स्टूडेंट के पास एक कॉल आया, कॉलर ने खुद को साइबर एसपी पंकज यादव बताया और स्टूडेंट से प्रशासनिक कार्रवाई करने के नाम पर डराया धमकाया गया। स्टूडेंट से वीडियो डाटा डिलीट करवाने के लिए रुपए की डिमांड की गई, स्टूडेंट से कहा गया कि इंटरनेट पर उसके विडियो डाटा को डिलीट करने के लिए उसे 10लाख रुपए फाइन भरना पड़ेगा,यदि उसने अभी 7500 रुपए ट्रांसफर कर चालान कटवाया तो 7500 रुपए में ही काम हो जाएगा जिसमें से 500 रुपए चालान काटने के बाद 7000 रुपए उसके अकाउंट में वापस आ जाएंगे, ऐसा करने के लिए ठग ने कई तरीके से स्टूडेंट को तत्काल upi पेमेंट करने मांग की लेकिन स्टूडेंट ने यह कहकर कॉलर को मना कर दिया कि उसके अकाउंट में इतने रुपए नहीं हैं और रुपए ट्रांसफर नहीं किए।
रायगढ़ पुलिस कर रही जागरूक – रायगढ़ पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को जागरूक बनाने की मुहिम तेज कर दी है, इस सिलसिले में पुलिस अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट करके लोगों को साइबर ठगी से बचने का हर संभव तरीका बता रही है।
जिस तरह से आजकल डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ रहे हैं, उस सिलसिले में पुलिस का कहना है कि ठगी से बचने के लिए कॉलर की पहचान सत्यापित करें, कॉलर किसी कानून प्रवर्तन एजेंसी से होने का दावा करे तो एजेंसी से सीधे संपर्क कर जानकारी लें, वीडियो कॉल पर बात न करें या धनराशि स्थानांतरित न करें।
सरकारी एजेंसियां आधिकारिक संचार के लिए वीडियो कॉल नहीं करतीं, इसलिए घबराएं नहीं कोई भी जवाब देने से पहले स्थिति का शांति से आकलन करने के लिए कुछ समय लें और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें,अज्ञात फोन या वीडियो कॉल पर संवेदनशील व्यक्तिगत या वित्तीय विवरण कभी भी न बताएं।