“सरगुजा रेंज पुलिस की डिजिटल पहल: अब QR कोड के जरिए IG दीपक कुमार झा से सीधा संवाद, फीडबैक और शिकायत दर्ज करें”

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
सरगुजा रेंज पुलिस की डिजिटल क्रांति: QR कोड के जरिए जनता से सीधा संवाद
अंबिकापुर, 10 अक्टूबर 2025: सरगुजा रेंज पुलिस ने एक अभूतपूर्व डिजिटल पहल शुरू की है, जो न केवल पुलिस-जनता के बीच संवाद को सशक्त बनाएगी, बल्कि पुलिसिंग व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही को भी नया आयाम देगी। इस पहल के तहत, सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार झा ने आम नागरिकों के लिए एक डिजिटल QR कोड जारी किया है, जिसके माध्यम से लोग सीधे तौर पर अपनी शिकायतें, सुझाव और फीडबैक दर्ज कर सकेंगे। यह पहल छत्तीसगढ़ के पुलिस इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है।
डिजिटल युग में पुलिसिंग का नया स्वरूप
आज के दौर में, जब अधिकांश लोग स्मार्टफोन और डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हैं, सरगुजा रेंज पुलिस ने इस तकनीक को जनहित में उपयोग करने का बीड़ा उठाया है। QR कोड आधारित यह पहल न केवल शहरी क्षेत्रों, बल्कि सुदूर ग्रामीण और आदिवासी अंचलों तक पुलिस की पहुंच को आसान बनाएगी। इस कोड को स्कैन कर कोई भी व्यक्ति अपनी राय, सुझाव या शिकायत सीधे आईजी दीपक कुमार झा तक पहुंचा सकता है। खास बात यह है कि स्वयं आईजी इस फीडबैक की निगरानी करेंगे और प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
इस पहल का उद्देश्य जनता और पुलिस के बीच विश्वास का सेतु स्थापित करना है। QR कोड को सरगुजा रेंज के सभी जिला मुख्यालयों, पुलिस अधीक्षक कार्यालयों, थानों, चौकियों और सार्वजनिक स्थानों पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे आम नागरिकों को अपनी बात उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने में किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं पड़ेगी।
क्या है इस QR कोड की खासियत?
यह QR कोड नागरिकों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान करता है:
पुलिसिंग व्यवस्था पर फीडबैक: नागरिक अपने क्षेत्र की पुलिस सेवाओं की गुणवत्ता पर अपनी राय दे सकेंगे।
पुलिस व्यवहार की समीक्षा: पुलिस कर्मियों के व्यवहार के बारे में सकारात्मक या नकारात्मक प्रतिक्रिया दर्ज की जा सकेगी।
शिकायत और सुझाव: किसी भी समस्या या सुझाव को सीधे वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया जा सकेगा।
इस डिजिटल माध्यम से न केवल शिकायतों का त्वरित समाधान होगा, बल्कि पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार के लिए जनता के सुझाव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह प्रणाली विशेष रूप से उन ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लिए लाभकारी होगी, जहां लोग अक्सर अपनी बात पुलिस तक पहुंचाने में हिचकिचाते हैं।
आईजी दीपक कुमार झा का विजन
इस पहल के सूत्रधार, आईजी दीपक कुमार झा ने इस डिजिटल प्रयास को पुलिसिंग में एक ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य पुलिस और जनता के बीच संवाद को सहज और पारदर्शी बनाना है। यह QR कोड न केवल शिकायतों के समाधान का एक माध्यम है, बल्कि यह पुलिस के प्रति जनता के विश्वास को और मजबूत करेगा। हम चाहते हैं कि हर नागरिक, चाहे वह शहर में हो या गांव में, अपनी बात बिना किसी डर या झिझक के हम तक पहुंचा सके।”
आईजी ने यह भी आश्वासन दिया कि इस QR कोड के जरिए प्राप्त होने वाली हर शिकायत और सुझाव पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इस प्रणाली की निगरानी स्वयं उनके स्तर पर होगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि जनता की आवाज को नजरअंदाज न किया जाए।
जशपुर पुलिस का उत्साह
जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शशि मोहन सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “आईजी दीपक कुमार झा के नेतृत्व में शुरू की गई यह डिजिटल पहल पुलिस और जनता के बीच संवाद को सरल और प्रभावी बनाएगी। हम जशपुर में इस QR कोड का व्यापक प्रचार-प्रसार कर रहे हैं और आम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे इसका उपयोग करें।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस पहल से पुलिस कार्यप्रणाली में निरंतर सुधार होगा और जनता का पुलिस पर भरोसा बढ़ेगा।
कैसे काम करेगा यह QR कोड?
QR कोड को स्कैन करने के लिए नागरिकों को केवल अपने स्मार्टफोन के कैमरे या किसी QR कोड स्कैनर ऐप का उपयोग करना होगा। स्कैन करने पर एक डिजिटल फॉर्म खुलेगा, जिसमें व्यक्ति अपनी शिकायत, सुझाव या फीडबैक दर्ज कर सकता है। यह जानकारी सीधे पुलिस के डिजिटल डेटाबेस में जाएगी, जहां से इसे वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। इस प्रक्रिया में गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि नागरिक बिना किसी डर के अपनी बात रख सकें।
भविष्य की संभावनाएं
यह पहल न केवल सरगुजा रेंज, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों के लिए एक मॉडल बन सकती है। डिजिटल तकनीक का उपयोग कर पुलिसिंग को जन-केंद्रित बनाने की यह कोशिश निश्चित रूप से अन्य पुलिस विभागों को भी प्रेरित करेगी। विशेष रूप से आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां लोग अक्सर अपनी समस्याओं को उठाने में असमर्थ महसूस करते हैं, यह पहल एक वरदान साबित हो सकती है।
सरगुजा रेंज पुलिस की यह डिजिटल पहल पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग का एक नया अध्याय शुरू करने जा रही है। QR कोड के जरिए शुरू किया गया यह संवाद तंत्र न केवल पुलिसिंग को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाएगा, बल्कि आम नागरिकों को यह एहसास भी दिलाएगा कि उनकी आवाज सुनी जा रही है। यह पहल निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है और यह दिखाता है कि तकनीक का सही उपयोग कैसे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।