सरकारी आवास खाली, देखरेख के अभाव में बन रहे खंडहर

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम तमनार। जनपद पंचायत तमनार के अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में सरकारी अधिकारियों के लिए बनाए गए आवास बेकार पड़े हुए हैं। वन रक्षक, पटवारी, ग्राम सेवक, कृषि अधिकारी सहित कई विभागों के कर्मचारियों के लिए भवन उपलब्ध हैं, लेकिन इनका उपयोग नहीं होने से वे खंडहर में तब्दील हो रहे हैं।

गौरतलब है कि इन अधिकारियों को क्षेत्र में रहने और कार्य करने की सुविधा देने के उद्देश्य से ये आवास बनाए गए थे, ताकि ग्रामीणों को त्वरित सेवा मिल सके। लेकिन स्थिति इसके विपरीत है—अधिकारी तो आते हैं, लेकिन वे अपने दफ्तर का काम कहीं और से ही संचालित करते हैं।

विकास कार्यों पर असर
सरकारी आवासों के उपयोग में न आने से शासन की योजना विफल होती दिख रही है। यदि अधिकारी अपने आवासों में रहते तो क्षेत्र में प्रशासनिक कार्यों में तेजी आती और ग्रामीणों को उनकी समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर मिल पाता।

क्या कदम उठाएंगे नए जनप्रतिनिधि?
अब सवाल उठता है कि क्या इस ओर कोई ठोस कार्रवाई होगी या फिर यह स्थिति पहले की तरह बनी रहेगी? नए जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग क्या इन आवासों के समुचित उपयोग की दिशा में कोई ठोस कदम उठाएंगे, यह देखने वाली बात होगी। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा, जिससे सरकारी संपत्तियों का उचित उपयोग हो सके और प्रशासनिक व्यवस्था और अधिक प्रभावी बन सके।
विशेष रिपोर्ट नरेश राठिया तमनार