श्रीमती शालू जिंदल के जन्मदिवस को ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाया गया, ग्रामीणों और हितग्राहियों ने व्यक्त किया आभार

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉमरायगढ़ / तमनार, 20 अक्टूबर 2025।
जिंदल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिंदल के जन्मदिवस के अवसर पर पूरे तमनार क्षेत्र में रविवार को “सेवा दिवस” के रूप में विविध सामाजिक और मानवीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। ग्रामीणों, हितग्राहियों और फाउंडेशन से जुड़े स्वयंसेवकों ने जनहित कार्यों से प्रेरित होकर मैडम को शुभकामनाएं दीं और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
नेत्रहीन विद्यालय और अस्पताल में वितरण कार्यक्रम
इस अवसर पर नेत्रहीन बाल विद्या मंदिर अमलीडीह में बच्चों के बीच फल और मिष्ठान वितरित किए गए। बच्चों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्रीमती जिंदल के लिए मंगलकामनाएं कीं।
इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तमनार में भर्ती मरीजों को भी फल और मिष्ठान वितरण किया गया। इस दौरान मरीजों और परिजनों ने जिंदल फाउंडेशन द्वारा निरंतर किए जा रहे सहयोग और सेवाभाव की सराहना की।
बिरहोर जनजाति समुदाय के बीच भोजन और कंबल वितरण
सेवा दिवस के अवसर पर सीतापारा क्षेत्र के बिरहोर जनजाति समुदाय के बीच भोजन व्यवस्था की गई और जरूरतमंद परिवारों को कंबल वितरित किए गए। फाउंडेशन की टीम ने ग्रामवासियों के बीच पहुंचकर उन्हें जिंदल फाउंडेशन के सतत प्रयासों से अवगत कराया और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।

स्कूलों में बच्चों की सहभागिता
जिंदल एंजेल स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक जन्मदिवस मनाया। बच्चों ने केक काटकर श्रीमती जिंदल को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और “सेवा के साथ समर्पण” का संदेश दिया।
वहीं, स्वास्थ्य संगिनियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों से बधाई संदेश भेजते हुए श्रीमती जिंदल के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की।
जिंदल चिल्ड्रन होम में विशेष आयोजन
श्रीमती शालू जिंदल के मार्गदर्शन में संचालित “जिंदल चिल्ड्रन होम” में भी बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बच्चों ने अपने गीतों और नृत्य के माध्यम से उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि “मैडम के प्रयासों से ही हमें जीवन में आगे बढ़ने का अवसर मिला है।”

समाजसेवा के प्रति समर्पण का प्रतीक
ग्रामीणों ने बताया कि श्रीमती शालू जिंदल के नेतृत्व में जिंदल फाउंडेशन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और जनकल्याण से जुड़े अनेक कार्य लगातार किए जा रहे हैं। उनके जन्मदिवस को “सेवा दिवस” के रूप में मनाना समाज के प्रति उनके समर्पण की जीवंत मिसाल है।