शीतकालीन सत्र अलर्ट: शिक्षा विभाग में रद्द हुई छुट्टियाँ, सप्ताहांत पर भी खुले रहेंगे कार्यालय

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायपुर। लोक शिक्षण संचालनालय ने एक बार फिर शीतकालीन सत्र की गर्माहट बढ़ा दी है।
विधानसभा सत्र के मद्देनज़र विभाग ने प्रदेश के सभी संभागीय संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शनिवार और रविवार की नियमित छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से स्थगित की जाएँ। आदेश के अनुसार सप्ताहांत पर भी सभी कार्यालय पूर्ववत खुले रहेंगे और अधिकारी-कर्मचारी शासकीय कार्यों के लिए उपलब्ध रहेंगे।
विधानसभा प्रश्नों की समयबद्ध तैयारी है प्राथमिकता
संचालनालय द्वारा जारी पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि शीतकालीन सत्र के दौरान शिक्षा विभाग से संबंधित बड़ी संख्या में प्रश्न आने की संभावना है। ऐसे में विभाग को प्रत्येक प्रश्न का उत्तर निर्धारित समय सीमा के भीतर तैयार कर विधानसभा में प्रस्तुत करना होगा।
इसी वजह से छुट्टियाँ रद्द कर अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में कार्यालय संचालन जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी फाइल, रिपोर्ट या तथ्यात्मक जानकारी की उपलब्धता में देरी न हो।
अधिकारियों पर बढ़ी जिम्मेदारी
आदेश में यह भी उल्लेख है कि—
सभी प्रश्नों के उत्तर सटीक, अद्यतन और तथ्यात्मक हों।
विधानसभा में विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब निर्धारित समयसीमा में अनिवार्य रूप से प्रस्तुत किया जाए।
आवश्यक रिपोर्ट और सूचनाएँ उसी दिन उपलब्ध कराई जाएँ, ताकि विभागीय समन्वय मजबूत रहे।
विभाग में बढ़ी गतिविधि, सप्ताहांत पर भी रफ्तार
आदेश जारी होने के बाद पूरे शिक्षा विभाग में सप्ताहांत पर भी गतिविधियाँ बढ़ने की संभावना है। जिला स्तर पर कई कार्यालयों में फाइलों की गति तेज हो गई है, वहीं संयुक्त संचालकों ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने शुरू कर दिए हैं।
शिक्षा विभाग के गलियारे में चर्चा गर्म
विभागीय सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र में शिक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठने की संभावना है—स्कूलों की स्थिति, शिक्षक भर्ती प्रक्रियाएँ, योजनाओं की प्रगति और बजट उपयोगिता इनमें प्रमुख हैं।
इस स्थिति में विभाग के लिए यह आदेश किसी आपातकालीन तैयारी जैसा माना जा रहा है, ताकि किसी भी प्रश्न पर विभाग की छवि कमजोर न पड़े।
लोक शिक्षण संचालनालय का यह निर्णय स्पष्ट संकेत देता है कि इस बार शीतकालीन सत्र में शिक्षा विभाग पूरी गंभीरता और तैयारियों के साथ हिस्सा लेने जा रहा है। छुट्टियाँ रद्द होने की वजह चाहे प्रशासनिक मजबूरी हो, पर यह तय है कि आने वाले दो सप्ताह शिक्षा विभाग के कार्यालयों में सामान्य से अधिक भागदौड़ देखने को मिलेगी।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान