दर्जनभर से अधिक गांव के लोगों ने निकाली बाइक रैली और सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन

रायगढ़ जिले में एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने आज 13 सूत्रीय मांग को लेकर बाईक रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा हैं।
रायगढ़ जिले में एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने आज 13 सूत्रीय मांग को लेकर बाईक रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा हैं। मांग पूरी नही होनें की स्थिति में ग्रामीणों ने आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन चक्काजाम करने की भी चेतावनी दी है। कलेक्टर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में पत्र में ग्रामीणों ने कहा है कि छत्तीसगढ़ निजी कोयला खदान मजदूर संघ (इंटक) टपरंगा के बैनर तले समस्त प्रभावित ग्राम वासियों की ओर से आम मार्ग में चल रही कोयला एवं फ्लाईएस माल वाहकों से हो रही अव्यवस्था अशान्ति और बढ़ते हुए दुर्घटनाएँ हो रही समस्याओं को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा गया था जिस पर उन्हें एक माह के भीतर समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन एक माह बीत जाने के बावजूद किसी भी प्रकार का निराकरण नहीं किया गया, जिससे संघ एवं क्षेत्रवासियों में अशान्ति व्याप्त है।
ज्ञापन सौंपने आये ग्रामीणों ने कहा कि आगामी 15 दिवस के भीतर उनकी समस्याओं का समाधान करें अन्यस्था वे धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम करने को बाध्य होगें जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य शासन, जिला प्रशासन के अलावा कंपनी प्रबंधन पर होगी।
बाइक रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन
ग्रामीणों ने कहा कि अपनी मांग के संबंध में उन्होंने 27 सितंबर को ज्ञापन सौंपा था और 30 दिवस के अंदर मांग पूरी नही होनें पर बाईक रैली निकालकर प्रदर्शन करने की बात कही गई थी। जिसके तहत आज तमनार क्षेत्र के ग्राम धौराभांठा टपरंगा चैक से खुरूसलेंगा, जमडांड, हमीरपुर, पालीघाट, बोईरदादर, सिग्नल चैक, मरीन ड्राईव होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पुनः कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
क्या है 13 सूत्रीय मांग में
1. यह देखा गया है कि एकल वाहन मार्ग में भी ट्रकों का जमावडा बना रहता है जिससे आम नागरिकों को आवागमन में परेशानियां हो रही है। इसके लिये निर्धारित ट्रक पार्किंग व्यवस्था किया जाये।
2. भारी माल वाहक वाहनों को चलाने वाले बहुत से चालकों के पास ड्राईविंग लाइसेंस भी नही है। जिसकी जांच कर सत्यापित किया जाये।
3. कोयला वाहनों पर सही प्रकार से तिरपाल नही ढकने के कारण कोयला गिर रहा है जो कि आम नागरिकों को प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है।
4. भारी वाहन चलाने वाले चालकों का ड्यूटी का समय निर्धारित नही है जिससे दुर्घटना होनें की संभावना बनी रहती है जो कि ड्राईवरों का समय सीमा तय किया जाये।
5. भारी मालवाहक आवागमन हेतु हमीरपुर बार्डर से सीएचपी लिबरा तक बाईपास सड़क का निर्माण कंपनी द्वारा किया जाये जो कि स्कूल, हास्पीटल, एवं गांव में निवासरत आम जनता को दुर्घटनाओं से कामना करना न पड़े।
6. यह की बाईपास मार्ग निर्माण नही होते तक मार्ग में सुरक्षा कर्मी पानी टैंकर एवं सफाई कर्मचारी कंपनी प्रबंधन द्वारा निर्धारित किया जाये।
7. राजमार्ग पर मालवाहक अवैध रूप से खड़ी रहने के कारण एंबुलेंस सेवा, स्कूल बस एवं सवारी बसे पूर्ण रूप से प्रभावित हो रही है।
8. जेपीएल के डोंगामहुआ गारे पाल्मा 4-1 व 4-2, 4-3 कोयला खदान में गिरने वाली फ्लाईएस को बंद वाहन से निर्यात किया जाये।
9. दुर्घटनाओं की जानकारी हेतु सीसीटीवी कैमरा कंपनी द्वारा प्रति 500 मीटर की दूरी में लगवाई जाये
10. मालवाहकों की गति सीमा निर्धारित किया जाये।
11. मालवाहक वाहन जिसकी अवधि समाप्त हो गई है उसे जांच कर निष्क्रिय किया जाये।
12. इन मागों में आम आदमी की रात्रि कालीन आवागमन की सुविधा हेतु प्रकाश की व्यवस्था किया जाये।
13. दुर्घटना से हुए मृतक की उम्र एवं योग्यता देखकर उचित मुआवजा राशि निर्धारित किया जावे