विधवा भाभी की मोहब्बत में जंग का मैदान बना घर, एक भाई ने बना ली दुल्हन तो एक भाइ ने खेला खूनी खेल
बागपत/स्वराज टुडे: बागपत जिले से भाभी के प्यार में भाई की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां दो भाइयों ने अपने ही भाई को मौत के घाट उतार दिया है। बताया जा रहा है कि दोनों आदर्श भी अपनी भाभी से शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार वालों ने तीसरे भाई से शादी करवा दी।
इसी के चलते दोनों आरोपियों ने मिलकर अपने ही भाई को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना बाद में पूरे इलाके में मची। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
विधवा भाभी से मोहब्बत करने लगे तीन भाई
मिली जानकारी के अनुसार मामला जिले के बड़ौत थाना क्षेत्र के गुराना गांव का है। यहां दिल्ली में बस ड्राइवर के तौर पर काम करने वाले यशवीर की हत्या हो गई। बताया जा रहा है कि यशवीर को उसी के दो भाइयों ने गोली मारी है। बताया गया कि यशवीर (32) अपने घर का सबसे छोटा बेटा था। उसके तीन बड़े भाई सुखवीर, ओमवीर और उदयवीर हैं।
सबसे पहले बड़े भाई सुखवीर की शादी रितु से हुई थी। रितु दिखने में गोरी और बेहद खूबसूरत थी। कुछ दिन बाद बीमारी के चलते सखुवीर की मौत हो गई। इसके बाद रितु के मायके वालों की राजामंडी से रितु की दूसरी शादी घर के छोटे बेटे यशवीर से करा दी गई, जबकि दो अन्य भाई ओमवीर और उदयवीर भी अपनी विधवा भाभी की मुहब्बत में पागल थे और उसी से शादी करना चाहते थे।
ओमवीर और उदयवीर की शादी नहीं हुई है। यही वजह थी कि दोनों दुखी रहते थे। दोनों ने यशवीर की शादी हो जाने से उससे रंजिश रखने लगे। यशवीर दिल्ली में बस चलाता था और हर दूसरे दिन दिल्ली से अपने घर आता था। शुक्रवार की रात ओमवीर और उदयवीर ने ड्रिंक पी। इसके बाद दोनों घर पहुंचे। यहां उसने अपनी मां से झगड़ा किया। शाम 6 बजे यशवीर दिल्ली से घर पहुंचे। उसने दोनों भाइयों को धोखा दिया। ओमवीर और उदयवीर कुछ देर के लिए घर से निकल गए।
रात करीब 10 बजे दोनों फिर घर आ गए। वह यशवीर के साथ गली-गलौज की। इसके बाद चोट लगने लगी। इस दौरान ओमवीर और उदयवीर ने यशवीर को पकड़ लिया और सीने से तमंचा सटाकर उसे गोली मार दी। यशवीर की पत्नी रितु के मुताबिक- यशवीर की मौत के मौके पर ही हो गई थी। गोली मारने के बाद दोनों ही जगहों पर गाली-गलौज करने लगे।
रितु की भार्या तो यशवीर मेरे पति थे। वो शाम को घर आ गए थे। ओमवीर और उदयवीर ने शाम को झगड़ा शुरू कर दिया। वो लोग मेरी सास को गाली दे रहे थे। उदयवीर ने मेरे पति को गोली मारी। ओमवीर ने अपने पति का हाथ पकड़ा हुआ था। रितु ने बताया कि दो महीने पहले भी ओमवीर और उदयवीर में झगड़ा हुआ था। हमने पुलिस से भी शिकायत की थी। पुलिस और गांव के प्रधान ने मिलकर मामले को दबा दिया। कोई कार्रवाई नहीं की। बस दोनों को चेतावनी देते हुए चले गए। ये लोग हमेशा शादी के लिए कहते थे। तब मैं सोचती थी कि मजाक कर रहे हैं। लेकिन यह पता नहीं था कि ये लोग हत्या भी कर सकते हैं।