लैलूंगा के 9 शिक्षकों के साथ 2 करोड़ की ठगी..

अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़ जिला के लैलूंगा में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से 21084937 रूपए की ठगी 9 शिक्षकों से की गई है। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। घटना लैलूंगा थाना क्षेत्र का है।मिली जानकारी के मुताबिक लैलूंगा के कटंगपारा का रहने वाला सत्यनारायण सिदार 42 साल लैलूंगा के स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ है। साल 2021 में उसके साथी सिरिल केरकेट्टा के साथ नवापारा अंबिकापुर का रहने वाला सुनील तिग्गा उसके पास पहुंचा।इसके बाद उसने ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर इलियाजर कुमार के बारे में बताते हुए लोन लेने की बात कही। उसने बताया कि इस कंपनी के माध्यम से लोन लेने के बाद 50 प्रतिशत लोन लेने वाले, 10 प्रतिशत एजेंट व कंपनी को 40 प्रतिशत को मिलेगा और पूरा किस्त 3 सालों में कंपनी चुकाएगी। ऐसे में सत्यनारायण उसकी बात में आ गया और अपने तीन अलग अलग बैंको के दस्तावेज देकर बैंक से 1480000 रूपए लोन निकाल लिया।ईसके बाद उसका लोन का किस्त सही समय पर कंपनी द्वारा पटाया जा रहा था। उसने इस फायदे के बारे में अपने अन्य साथी शिक्षकों को बताया तब लैलूंगा में रहने वाली मधुबाला एक्का, युदिष्टिर गुप्ता,रेशमा लकड़ा, ग्लोरिया एक्का, सविता जांगड़े, सिरिल केरकेट्टा,महेत्तर प्रसाद चौहान ने भी ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से लोन निकलवाया।
सभी का लोन किस्त सही समय पर कंपनी द्वारा पटाया जा रहा था, लेकिन अचानक अक्टूबर 2022 के बाद कंपनी ने लोन का किस्त पटाना बंद कर दिया। ऐसे में लोन नहीं पटने पर उसका ब्याज लगातार बढ़ने लगा। इससे परेशान होकर सभी कपंनी के डायरेक्टर अंबिकापुर निवासी इलियाजर को बार बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका। इससे सभी समझ गए गए कि शिक्षकों से लोन निकलवाकर लोन का 50 प्रतिशत रूपए लेकर धोखाधड़ी किया गया है। जिसके बाद सत्यनारायण समेत सभी शिक्षकों ने लैलूंगा थाना पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है।
बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी में 7 लोग शामिल थे। इसमें ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी का डायरेक्टर इलियाजर कुमार को बताया गया था। इसके अलावा अनिता बेक, बुधेश्वर कुजूर, सुनील कुमार तिग्गा, श्याम सुन्दर जांगड़े, संजय राम, चंदन टोप्पो ने एजेंट व कर्मचारी बनकर ठगी में शामिल रहे।सभी शिक्षकों के पास आरोपी एजेंट व कपंनी कर्मचारी बन कर पहुंचते थे। इसके बाद लोन निकलवा कर और चेक व कैश के माध्यम से 50 प्रतिशत रूपए ले लेते थे और कपंनी 3 सालों में 4 किस्तों में लोन की राशि चुका देने की बात कहते थे। तीन साल में लोन बंद कराने का झांसा देकर 5-6 माह ही किस्त पटाया गया।