रायगढ़ RPF पोस्ट में तड़के चली गोली—जवान ने साथी प्रधान आरक्षक की ली जान, जांच में जुटी पुलिस-रेल प्रशासन (देखें वीडियो)

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़। शहर के आरपीएफ पोस्ट में मंगलवार तड़के उस समय सनसनी फैल गई जब ड्यूटी के दौरान दो जवानों के बीच हुए विवाद ने घातक रूप ले लिया। विवाद इतना बढ़ा कि आरपीएफ जवान के.एस. लादेर ने अपने ही साथी प्रधान आरक्षक पी.के. मिश्रा पर सर्विस राइफल से गोली चला दी। गोली लगते ही मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना लगभग सुबह 4 बजे की बताई जा रही है, जब अधिकांश जवान अपनी निर्धारित पाली की तैयारी में थे। उसी दौरान पोस्ट के भीतर अचानक गोली चलने की आवाज से परिसर थर्रा उठा। ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों ने दौड़कर देखा तो प्रधान आरक्षक पी.के. मिश्रा खून से लथपथ गिरे हुए थे और उनकी मौत हो चुकी थी।

वहीं, गोली चलाने वाला आरोपी जवान के.एस. लादेर तुरंत सुरक्षाबलों की निगरानी में ले लिया गया। वरिष्ठ आरपीएफ अधिकारी, जीआरपी और स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर पोस्ट की घेराबंदी कर घटनास्थल की बारीकी से जांच में जुट गई है। पोस्ट से बरामद हथियार और खोखे को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
घटना के पीछे विवाद की वास्तविक वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। कुछ जवानों ने बताया कि दोनों के बीच लंबे समय से हल्का तनाव था, जबकि अन्य इसे अचानक भड़का हुआ विवाद बता रहे हैं। हालांकि अधिकारी फिलहाल किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं और पूरे मामले को गंभीरता से जांचने की बात कह रहे हैं।
रेल सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर” घटना बताते हुए कहा कि तथ्य सामने आने के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। पोस्ट पर तैनात अन्य जवानों से पूछताछ शुरू कर दी गई है और पूरे घटनाक्रम की क्रमवार जांच की जा रही है।
मृतक प्रधान आरक्षक पी.के. मिश्रा की सेवाओं को लेकर साथी जवानों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं आरोपी जवान के.एस. लादेर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जा रहा है।
रेलवे सुरक्षा तंत्र के भीतर हुई इस चौंकाने वाली घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या जवानों के बीच तनाव की कोई अनदेखी गई? क्या ड्यूटी सिस्टम में सुधार की जरूरत है?
इस घटना ने सुरक्षा बलों के आंतरिक अनुशासन और मनोवैज्ञानिक दबाव को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर तड़के चार बजे आरपीएफ पोस्ट के भीतर वह कौन-सी चिंगारी भड़की जिसने एक सिपाही को अपने ही साथी की जान लेने पर मजबूर कर दिया।
डेस्क रिपोर्ट