घरघोड़ा में मवेशियों की तस्करी करते गौ-रक्षकों ने पकड़ा:

पशुओं को पिकअप में भरकर बूचड़खाने ले जा रहे थे, तस्कर पिकअप छोड़कर भागा
रायगढ़ जिले में मवेशियों की तस्करी लंबे समय से चल रही है
अमरदीप चौहान/अमरखबर:छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के घरघोड़ा रोड पर मवेशियों की तस्करी की जा रही थी। इसकी सूचना मिलने पर राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों ने तस्कर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना घरघोड़ा थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय गौ-रक्षा वाहिनी घरघोड़ा ब्लॉक अध्यक्ष मुस्तकिम उम्र (32) ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि, मंगलवार की रात सूचना मिली कि पिकअप क्रमांक सीजी 13 एडी 6314 में मवेशियों को लोड़कर रायगढ़ से पत्थलगांव की ओर बुचड़खाने ले जाया जा रहा है।
ऐसे में मुस्तकिम खान गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य भरत निराला, सोनू खान के साथ घरघोड़ा धरमजयगढ़ रोड पर कंचनपुर तिराहा पास खड़े हो गए। तभी रायगढ़ की ओर से आ रही पिकअप को रोकने मुस्तकिम खान गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य भरत निराला, सोनू खान के साथ घरघोड़ा धरमजयगढ़ रोड पर कंचनपुर तिराहा पास खड़े हो गए। तभी रायगढ़ की ओर से आ रही पिकअप को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं रुका और तेज रफ्तार में पिकअप लेकर भागने लगे।
तब बाइक से उसका पीछा गया, तो तस्कर पिकअप को बरघाट के पास पुल पर छोड़कर भाग गया। पिकअप में जांच करने पर 6 मवेशी मिले। जिसके बाद मुस्तकिम ने घरघोड़ा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।

पिकअप पुल पर हो गई खराब
पिकअप को चालक तेज रफ्तार में चला रहा था। इसलिए एकाएक पिकअप खराब हो गई। उसका स्टेरिंग रॉड भी टूट गया। मवेशी तस्कर के फरार होने के बाद उसकी आसपास काफी तालाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। उन्होंने बताया कि मवेशियों को भूखे प्यासे निर्दयतापूर्वक रस्सी से बांधा गया था।
मवेशी तस्करों का यह रूट
बताया जा रहा है कि, छाल रोड पर भी रात के अंधेरे में मवेशी तस्करी की जाती है। जिसमें सक्ती जिले से होकर पलगड़ा पहाड़ पार कर खरसिया थाना क्षेत्र होते हुए कोठीकुंडा, खम्हार से जोबी, काफारमार से छाल थाना क्षेत्र के पोड़ी, बरबसपुर, मुनुनन्द, बेहरामार, पुरूंगा, सामरसिंघा होते हुए बरताताली, आमगांव, अमापाली, खलबोरा, सिसरिंगा क्षेत्र के तेजपुर होते हुए चरखापारा बाजार के आड़ पर गौवंशो की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। इसके बाद यहां से जशपुर, झारखंड, रांची, गुमला व ओड़िसा के लिए ले जाया जाता है।