रायगढ़ में धनतेरस उत्सव: रंगोली और नवाचार से बच्चों ने सजाया आत्मानंद विद्यालय परिसर

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
दीपों के पर्व की आहट के साथ ही रायगढ़ में त्यौहार की रौनक दिखाई देने लगी है। इसी क्रम में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, कोतरा में शनिवार को धनतेरस पर्व के अवसर पर रंगों और रचनात्मकता का मनमोहक संगम देखने को मिला। विद्यालय परिसर में विद्यार्थियों ने अपनी कला, कल्पना और संस्कृति से ऐसा माहौल रचा कि हर ओर “शुभ दीपावली” की चमक बिखर गई।
यह आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के.वी. राव, डीएमसी आलोक स्वर्णकार और एपीसी भुवनेश्वर पटेल के मार्गदर्शन में किया गया। पूरे कार्यक्रम में छात्रों की ऊर्जा, उत्साह और सृजनशीलता देखने लायक रही।

🎨 रंगों से रची भारतीय परंपरा
कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली प्रतियोगिता से हुई, जहाँ विद्यार्थियों ने “मां लक्ष्मी” और “शुभ दीपावली” की थीम पर पारंपरिक रंगोलियाँ बनाईं। रंगों की बौछारों से सजे विद्यालय परिसर में संस्कृति की झलक और आधुनिकता का सुंदर मेल दिखाई दिया। हर रंगोली में त्योहार की भावना, सकारात्मकता और भारतीय परंपरा की झलक साफ नजर आई।

♻️ कबाड़ से जुगाड़: नवाचार का उत्सव
कार्यक्रम का सबसे आकर्षक हिस्सा रहा “कबाड़ से जुगाड़” — जिसमें विद्यार्थियों ने अनुपयोगी वस्तुओं से सुंदर मालाएँ, दीप सजावट सामग्री और सजावटी वस्तुएँ तैयार कीं। इस पहल ने न केवल बच्चों की कलात्मक सोच को प्रदर्शित किया, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण और पुनः उपयोग (Recycling) का भी संदेश दिया।

💬 शिक्षकों और अधिकारियों ने दी प्रेरणा
अंग्रेजी माध्यम के नोडल अधिकारी बीर सिंह ने कहा —
> “नई शिक्षा नीति का उद्देश्य बच्चों की छिपी प्रतिभाओं को पहचानकर उन्हें सर्वांगीण विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। इस तरह की गतिविधियाँ सृजनात्मक सोच, आत्मविश्वास और संस्कृति के प्रति जुड़ाव को प्रोत्साहित करती हैं।”
वहीं एचओडी सावित्री पटेल ने कहा —
> “हर बच्चे के भीतर अनेक प्रतिभाएँ होती हैं। विद्यालय का मंच इन्हीं प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम बनता है, ताकि वे भविष्य में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें।”

👩🏫 शिक्षकों की टीम बनी कार्यक्रम की रीढ़
कार्यक्रम का संचालन सीसीए प्रभारी सरिता प्रसाद, सौम्या मैम, रश्मि चौधरी, नम्रता पांडा और अलका तिवारी के निर्देशन में किया गया।
सफल आयोजन में विजया लक्ष्मी साहू, दीप्ति गुप्ता, ममता पटेल, नीतेश साव, सोनू मिश्रा, प्रतिभा प्रधान, मिथुन पटेल, दीपक पटेल, भारत पटेल, जसिंता बड़ा और पी. मोनिका सहित सभी शिक्षकों का योगदान सराहनीय रहा।

🌟 संस्कृति और सृजनशीलता का संगम
धनतेरस पर हुए इस आयोजन ने विद्यालय में न केवल उल्लास का माहौल बनाया, बल्कि विद्यार्थियों को संस्कृति, पर्यावरण और नवाचार के मूल्यों से जोड़ने का उत्कृष्ट अवसर भी प्रदान किया। आत्मानंद विद्यालय, कोतरा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला का विस्तार है।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट