रायगढ़ में तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से गाय की मौत, ग्रामीणों ने किया चक्का जाम

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 30 जुलाई 2025: तमनार क्षेत्र के इंदिरा नगर में मंगलवार रात एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की टक्कर से एक गाय की मौत हो गई। इस घटना ने स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैला दिया, जिसके चलते रात करीब 11:00 बजे से ग्रामीणों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया। इस जाम के कारण हुंकराडिपा से आमाघाट तक भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों का आक्रोश और मांग
ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में तेज रफ्तार भारी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में न केवल लोगों की जान जा रही है, बल्कि मवेशियों की भी अकाल मौत हो रही है। आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तेज रफ्तार वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए और सड़क सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। ग्रामीणों ने सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराने और ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने की मांग भी उठाई है।
सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता आंकड़ा
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल करीब 1.68 लाख लोग अपनी जान गवां रहे हैं, जो वैश्विक सड़क दुर्घटना मृत्यु दर का 13% है। वर्ष 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 1.73 लाख तक पहुंच गया, यानी प्रतिदिन औसतन 474 लोगों की मौत। रायगढ़ जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में भारी वाहनों की आवाजाही के कारण ये हादसे और भी गंभीर हो रहे हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 68.1% सड़क हादसे तेज गति के कारण होते हैं, जबकि लापरवाही, यातायात नियमों का उल्लंघन और नशे में वाहन चलाना भी प्रमुख कारण हैं।
ओडिशा में यातायात नियम और सड़क सुरक्षा
ओडिशा में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कई कदम उठाए हैं। राज्य में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD) परियोजना लागू की गई है, डेटा का विश्लेषण कर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करती है। इस प्रणाली के तहत पुलिस कर्मी हादसों की जानकारी, जैसे फोटो और वीडियो, दर्ज करते हैं, और इंजीनियर सड़क डिजाइन की जांच कर सुधार के सुझाव देते हैं।
ओडिशा में मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। तेज गति, शराब पीकर वाहन चलाने, और बिना हेलमेट या सीटबेल्ट के ड्राइविंग पर भारी जुर्माना और सजा का प्रावधान है। माइंस क्षेत्र में जगह जगह (वालेंटियर) गार्ड्स की नियुक्ति होती है, गति सीमा भी कम होती है।
चक्का जाम और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इंदिरा नगर में चक्का जाम की सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने जाम खत्म करने से इनकार कर दिया। खबर लिखे जाने तक सड़क जाम की स्थिति बरकरार थी, और भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप थी। प्रशासन ने ग्रामीणों की मांगों पर विचार करने और सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करने का आश्वासन दिया है, लेकिन स्थिति अभी तनावपूर्ण बनी हुई है।
सड़क सुरक्षा के लिए सुझाव
सड़क हादसों को कम करने के लिए विशेषज्ञ और मंत्रालय निम्नलिखित उपाय सुझाते हैं:
– तेज गति पर नियंत्रण: स्पीड ब्रेकर और गति सीमा संकेतकों की स्थापना।
– यातायात नियमों का कड़ाई से पालन: हेलमेट, सीटबेल्ट, और बिना नशे में वाहन चलाने के नियमों का सख्ती से अनुपालन।
– सड़क डिजाइन में सुधार: iRAD जैसे डेटाबेस के माध्यम से दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सड़क सुधार।
– जागरूकता अभियान: सड़क सुरक्षा के लिए जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन।
रायगढ़ में इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्या को उजागर किया है। प्रशासन और समाज को मिलकर इन हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि न केवल मानव जीवन, बल्कि मवेशियों की भी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।