रायगढ़ में गाय चोरी की बढ़ती घटनाएं: कापू थाना क्षेत्र में पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और खास तौर पर गायों की चोरी के मामले स्थानीय लोगों के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। हाल ही में, कापू थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां टाटा सूमो वाहन में आए तस्करों ने एक जर्सी गाय की चोरी कर ली। यह घटना कापू थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर हुई, और पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। इस घटना ने न केवल पुलिस की रात्रि गश्त की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि पुलिस की कथित निष्क्रियता के कारण चोरों के बढ़ते हौसलों को भी उजागर किया है।
घटना का विवरण
कापू थाना क्षेत्र में हुई इस चोरी की वारदात ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया। जानकारी के अनुसार, अज्ञात चोर टाटा सूमो वाहन में सवार होकर आए और एक जर्सी गाय को चुराकर फरार हो गए। यह घटना रात के समय हुई, और थाने की इतनी नजदीकी के बावजूद चोर बिना किसी डर के अपने मंसूबों में कामयाब रहे। सीसीटीवी फुटेज में चोरों की गतिविधियां स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं, जिससे यह सवाल और गंभीर हो गया है कि पुलिस की गश्ती व्यवस्था में कहां कमी रह गई।
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और रात्रि गश्त में कमी के कारण चोर बेखौफ होकर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। कापू थाना क्षेत्र में यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी गायों, बैलों, और अन्य मवेशियों की चोरी की खबरें सामने आ चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता ने चोरों के हौसले बुलंद कर दिए हैं, जिसके चलते ऐसी वारदातें दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं।
कापू थाना क्षेत्र के निवासियों ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि थाने से इतनी कम दूरी पर ऐसी घटना का होना पुलिस की सतर्कता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद अभी तक चोरों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे लोगों का पुलिस प्रशासन पर भरोसा कम हुआ है।

चोरी की बढ़ती घटनाएं
रायगढ़ जिले में चोरी की घटनाएं केवल गायों तक सीमित नहीं हैं। हाल के महीनों में वाहनों, ट्रकों से डीजल चोरी, और अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी वृद्धि देखी गई है। घरघोड़ा और अन्य क्षेत्रों में चोरी की वारदातों ने जनता में असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की उदासीनता के कारण अपराधी बिना किसी डर के अपनी गतिविधियां चला रहे हैं।
हाल ही में, घरघोड़ा क्षेत्र में चोरी की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। उनकी मांगों में पुलिस गश्त बढ़ाने, पीड़ितों को समय पर न्याय दिलाने, और दोषियों पर कठोर कार्रवाई शामिल थी।
ग्रामीणों में आक्रोश
कापू थाना क्षेत्र में गायों की चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं ने ग्रामीणों में भारी आक्रोश पैदा किया है। एक अन्य घटना में, गोपालपुर गांव में अज्ञात लोगों ने गायों की पीठ पर अपशब्द लिखकर उन्हें गांव में छोड़ दिया था, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा और नाराजगी देखी गई। इस तरह की घटनाएं न केवल अपराध को दर्शाती हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का भी प्रयास करती हैं।
पुलिस की कार्रवाई और चुनौतियां
हालांकि, पुलिस ने कुछ मामलों में कार्रवाई की है। उदाहरण के लिए, खरसिया पुलिस ने पांच चोरी की वारदातों को सुलझाते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, कापू और धरमजयगढ़ पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में ग्रामीण बैंक में चोरी के असफल प्रयास के मामले में दो मुख्य आरोपियों को पकड़ा था। फिर भी, स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसी कार्रवाइयां अपर्याप्त हैं और चोरी की घटनाओं को पूरी तरह रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
रायगढ़ जिले में चोरी की बढ़ती घटनाओं, खासकर गाय चोरी के मामलों ने पुलिस प्रशासन के सामने गंभीर चुनौती पेश की है। लोगों की मांग है कि पुलिस गश्त को और प्रभावी किया जाए, सीसीटीवी फुटेज का उपयोग कर चोरों की त्वरित गिरफ्तारी की जाए, और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस और प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो जनता का भरोसा और खो सकता है, और चोरों के हौसले और बुलंद होंगे। रायगढ़ पुलिस को इस दिशा में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि लोगों में सुरक्षा की भावना बहाल हो सके।