रायगढ़ पुलिस ने पुसौर और तमनार में कोटवार मीटिंग व नागरिक सम्मान समारोह आयोजित कर बढ़ाया ग्रामीण सुरक्षा और सेवा का उत्साह

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 2 अगस्त 2025 — रायगढ़ पुलिस ने ग्रामीण सुरक्षा को मजबूत करने और सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए थाना पुसौर और तमनार में कोटवार मीटिंग और नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में पुलिस ने कोटवारों और सेवाभावी नागरिकों को प्रोत्साहित कर उनके योगदान को सम्मानित किया, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा और सेवा भावना को नई ऊर्जा मिली।

थाना पुसौर में आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आकाश मरकाम ने कोटवारों को संबोधित करते हुए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कोटवारों को गांव की गतिविधियों पर सतर्क नजर रखने, घटनाओं की त्वरित सूचना देने और प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। श्री मरकाम ने कोटवारों में जोश भरते हुए कहा, “आप गांव की सुरक्षा की पहली कड़ी हैं, आपका योगदान अमूल्य है।” इस अवसर पर थाना प्रभारी श्री रामकिंकर यादव और उप निरीक्षक कुंदन लाल गौर के साथ मिलकर समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। प्राथमिक शाला सूरजगढ़ के शिक्षक श्री सोमनाथ नंदे, स्टाफ नर्स केतकी यादव और एकता यादव, स्वच्छता साथी मनोहर सारथी, ग्राम कोटवार चिंतामणि चौहान और रोहित चौहान, तथा नगर पंचायत के स्वच्छता साथी रंजीता सारथी और झाड़ू सारथी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।

वहीं, थाना तमनार में थाना प्रभारी श्री कमला पुसाम ठाकुर ने कोटवारों की बैठक में ग्रामीण सुरक्षा और अपराध नियंत्रण पर जोर दिया। उन्होंने अवैध शराब निर्माण और बिक्री पर रोकथाम के लिए समिति गठन का आह्वान किया। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के लिए पशु मालिकों और जिम्मेदार व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी। *“सुरक्षित सुबह”* अभियान के तहत प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और सायबर अपराधों से सावधानी बरतने की अपील की गई। भारी वाहनों की आवाजाही वाले औद्योगिक क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के लिए हेलमेट के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया। इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और कोटवारों को भी सम्मानित किया गया।

रायगढ़ पुलिस के इन प्रयासों से न केवल ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था को बल मिला, बल्कि समाजसेवियों और कोटवारों के बीच सेवा भावना को और प्रोत्साहन मिला। यह कदम पुलिस और समुदाय के बीच विश्वास और सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है।

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