युवती की आत्महत्या की दुखद घटना: आइए, मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ जिले के ग्राम भेंगारी में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां 19 वर्षीय तनिशा गुप्ता ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। तनिशा ने 2025 में कक्षा 12 की परीक्षा पास की थी और अपने माता-पिता के साथ रहती थी। पुलिस के अनुसार, 22 जून 2025 की रात करीब 2 बजे तनिशा ने अपने कमरे में चुनरी से फांसी लगाकर जीवन खत्म कर लिया। प्रारंभिक जांच में पढ़ाई में कम अंक आने के कारण मानसिक तनाव को इस घटना का कारण माना जा रहा है।, हालांकि पोस्टमॉर्टम और पुलिस जांच के बाद ही स्पष्टता होगी।
तनिशा के परिजनों के अनुसार, वह परीक्षा परिणाम से निराश थी और अक्सर चुप रहती थी। इस घटना ने एक बार फिर समाज के सामने मानसिक स्वास्थ्य और पढ़ाई के दबाव जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा को जन्म दिया है।

जीवन अनमोल है, हर चुनौती का हल संभव है
यह घटना हमें याद दिलाती है कि परीक्षा में कम अंक आना या असफलता जिंदगी का अंत नहीं है। हर किसी की अपनी गति और प्रतिभा होती है। यदि कोई तनाव, उदासी या निराशा महसूस कर रहा हो, तो उसे खुलकर परिवार, दोस्तों या विशेषज्ञों से बात करनी चाहिए। आत्महत्या कोई समाधान नहीं है।, बल्कि यह उन लोगों के लिए और दुख छोड़ जाती है जो हमें प्यार करते हैं।।
क्या करें?
– बात करें: अगर आप तनाव में हैं, तो अपने करीबियों से खुलकर बात करें।
– सहायता लें: मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ या काउंसलर से संपर्क करें।
– सकारात्मक रहें: असफलता को सीखने का अवसर मानें और नए लक्ष्य बनाएं।
– हेल्पलाइन: भारत में कई हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध हैं, जैसे कि Kiran Helpline (1800-599-0019), जो 24×7 सहायता प्रदान करती है।
आइए, हम सब मिलकर एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर व्यक्ति अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सके और उसे सहारा मिले। जीवन की हर चुनौती को पार किया जा सकता है।, बस जरूरत है एक कदम आगे बढ़ाने की।।
संदेश: आप अकेले नहीं हैं।, मदद मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि साहस है।। अपने और अपनों का ख्याल रखें।।