बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के सामने आ गईं गायें

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम बिलासपुर, 16 सितम्बर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय होने के बावजूद बिलासपुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मंगलवार दोपहर करीब 1.30 बजे गोंदिया से झारसुगुड़ा पैसेंजर ट्रेन जैसे ही बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर प्रवेश करने लगी, अचानक दो गायें रेलवे ट्रैक पर आ गईं।
ट्रेन चालक ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए गति धीमी कर लगातार हॉर्न बजाया, लेकिन गायें ट्रैक पर ही दौड़ती रहीं। यह नजारा देखकर प्लेटफार्म पर मौजूद यात्री और वेंडर भी गायों को हटाने का प्रयास करते नजर आए, किंतु सब नाकाम रहे। गनीमत रही कि ट्रेन पैसेंजर थी और धीमी गति में थी, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन लाखों यात्री सफर करते हैं। यह जोन का प्रमुख स्टेशन है और यहां से कई सुपरफास्ट एवं एक्सप्रेस ट्रेनें तेज रफ्तार से गुजरती हैं। ऐसे में आवारा मवेशियों का प्लेटफार्म और ट्रैक तक पहुंच जाना सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलता है।
यात्रियों का कहना है कि आरपीएफ और जीआरपी की ड्यूटी, रेलवे के सैकड़ों कर्मचारियों की मौजूदगी और स्टेशन की मॉनिटरिंग के बावजूद मवेशियों की आमद-जावत चिंताजनक है। यदि पैसेंजर ट्रेन की जगह कोई सुपरफास्ट ट्रेन होती, तो इन गायों की जान बचाना संभव नहीं था और यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती थी।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि स्टेशन पर अविलंब कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएं, ताकि इस तरह की लापरवाही से संभावित हादसों को टाला जा सके।