बरमकेला में चौहान (गांडा) समाज की ऐतिहासिक सामाजिक चिंतन बैठक, तीन जिलों के एकीकरण की बनी मजबूत सहमति

अमरखबर.कॉम
बरमकेला/रायगढ़।
बरमकेला के अघरिया भवन में रविवार को छत्तीसगढ़ चौहान (गांडा) समाज की बहुप्रतीक्षित संयुक्त सामाजिक चिंतन बैठक उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। रायगढ़, सारंगढ़–बिलाईगढ़ और महासमुंद जिलों के सैकड़ों प्रतिनिधियों की मौजूदगी में यह बैठक समाज की एकता, विकास और भविष्य की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण मंच बनी।
सामाजिक एकता पर गहन मंथन — तीन जिलों के एकीकरण पर सहमति
बैठक में यह स्पष्ट संदेश सामने आया कि प्रदेश के जिन जिलों में चौहान समाज की जनसंख्या और प्रभाव सबसे अधिक है, वहां एकीकृत नेतृत्व और साझा कार्ययोजना से समाज नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
प्रतिनिधियों ने एक स्वर में तीनों जिलों के संगठनात्मक एकीकरण पर सहमति जताते हुए एक मजबूत फेडरेशन के गठन का सुझाव दिया, जिससे सभी जिले एक प्लेटफॉर्म पर आकर संयुक्त रूप से काम कर सकें।
“शिक्षा, राजनीतिक जागरूकता और नशामुक्ति—तरक्की की पहली शर्त” : पूर्व कलेक्टर कुमार लाल चौहान
पूर्व कलेक्टर कुमार लाल चौहान ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा—
“समाज की तरक्की का रास्ता शिक्षा से होकर गुजरता है। बच्चों की पढ़ाई, युवाओं को रोजगार से जोड़ना और राजनीतिक जागरूकता बढ़ाना आज की महती जरूरत है।”
उन्होंने नशा मुक्त समाज और सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन पर भी जोर दिया।
“एकजुटता ही शक्ति है” — पूर्व विधायक रामलाल चौहान
पूर्व विधायक रामलाल चौहान ने कहा कि समाज को मजबूत बनाने की पहली शर्त आपसी मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर आना है।
उन्होंने कहा—
“यदि संगठन मजबूत होगा, तो समाज की आवाज और प्रभाव दोनों बढ़ेंगे। एकता के साथ हम प्रदेश में अपना वर्चस्व स्थापित कर सकते हैं।”
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी पर जोर — डॉ. विद्या चौहान
डॉ. विद्या चौहान ने समाज की विकास योजनाओं में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा—
“समाज की प्रगति तभी वास्तविक होगी जब महिलाएँ निर्णय प्रक्रिया का हिस्सा बनें। एक स्पष्ट एजेंडा बनाकर उसी पर कार्य करना समय की मांग है।”
फेडरेशन बनाने का सुझाव — गोपाल बाघे
सामाजिक एकजुटता के पक्षधर गोपाल बाघे ने तीनों जिलों के लिए एक संयुक्त फेडरेशन गठित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे संगठनात्मक मजबूती बढ़ेगी और समाज के हितों की रक्षा अधिक संगठित तरीके से हो सकेगी।
“एकजुटता विकास का रास्ता खोलती है” — पुनीतराम चौहान
वरिष्ठ समाजसेवी पुनीतराम चौहान ने भावुक अंदाज में कहा—
“जब समाज एकजुट होता है, तभी उसकी आवाज मजबूत होती है और विकास के रास्ते खुलते हैं। तीनों जिलों को एक साथ मिलकर काम करने की शुरुआत आज से हो जानी चाहिए।”
जोशीले अंदाज में प्रेरित किया — राजेंद्र चौहान
राजेंद्र चौहान ने अपने ओजस्वी संबोधन से सभा में मौजूद युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठजनों में नए उत्साह का संचार किया।
अतिथि एवं सामाजिक पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से —
हर्षंकर चौहान (अपर आयुक्त बिलासपुर), महापौर जीवर्धन चौहान, जनपद अध्यक्ष हेमलता हर्षंकर चौहान, डॉ. किशोर चौहान, महावीर चौहान, रामाधार चौहान, हेतराम चौहान, सहित सैकड़ों समाजसेवी और पदाधिकारी शामिल थे।
मंच संचालन सुभाष चौहान ने सफलतापूर्वक किया।
संक्षेप में — यह बैठक समाज के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम
बरमकेला की यह संयुक्त बैठक केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि चौहान (गांडा) समाज की नई दिशा और नए संकल्प की दस्तक है।
एकजुटता, शिक्षा, राजनीतिक जागरूकता, महिला सहभागिता और युवा सशक्तिकरण—ये पांच स्तंभ समाज के भविष्य की मजबूत नींव बनकर उभरे हैं।
यह उम्मीद जताई जा रही है कि तीनों जिलों की एकजुट पहल आने वाले समय में समाज के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
समाचार सहयोगी सुधीर चौहान