पॉवर प्लांट में लिफ्ट गिरने से 4 मजदूरों की मौत 7 से अधिक मजदूर घायल

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
आरकेएम पॉवर प्लांट हादसा छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के डभरा क्षेत्र में हुआ, जिसमें एक लिफ्ट ऊंचाई से गिर गई और कम से कम तीन से चार मजदूरों की मौत हो गई तथा सात से अधिक मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
हादसे का विवरण
– यह हादसा रात के समय में हुआ जब बॉयलर मेंटनेंस का कार्य चल रहा था, और मजदूरों को सामान ढोने वाली गुड्स लिफ्ट में सवार किया गया था।
– लिफ्ट को लगभग 75 मीटर ऊपर जाना था, लेकिन करीब 40 मीटर की ऊंचाई पर तकनीकी खराबी के कारण वह नीचे गिर गई।
– मौके पर ही दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि अन्य को तुरंत रायगढ़ फोर्टिस अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान दो और मजदूरों ने दम तोड़ दिया, जिससे मौत का आंकड़ा बढ़ गया।
– घायल मजदूरों का इलाज रायगढ़ के फोर्टिस अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में किया जा रहा है।
प्रशासन और मजदूरों की प्रतिक्रिया
– हादसे के बाद प्लांट में अफरा-तफरी मच गई और मजदूरों व उनके परिजनों ने हंगामा किया, आरोपित किया गया कि यह लापरवाही का परिणाम है क्योंकि लिफ्ट की नियमित जांच नहीं हो रही थी।
– प्रशासन की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची तथा हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
मृतक और घायल
– मृतक और घायल मजदूरों में से कई उत्तर प्रदेश और झारखंड के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
– मजदूरों व उनके परिवारजनों ने मुआवजे की मांग की है।
हादसे के कारण
– लिफ्ट में तकनीकी खराबी और प्रबंधन की लापरवाही को हादसे की मुख्य वजह बताया जा रहा है।
– जिन लिफ्ट का प्रयोग किया गया, वह वस्तुतः केवल सामान के लिए थी, जिसमें एक ही व्यक्ति को जाने की अनुमति थी, वहां एक साथ 9-10 मजदूर को सवार कर दिया गया।
यह हादसा सुरक्षा व मजदूर कल्याण व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े करता है, और प्रशासनिक जांच जारी है।
आरकेएम प्लांट हादसे में मजदूरों के साथ हुई दुर्घटना के बाद मजदूरों और उनके परिवारजनों ने प्रबंधन और कॉन्ट्रैक्टर पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। लापरवाही के आरोप मजदूरों का कहना है कि जिस लिफ्ट में हादसा हुआ, वह वस्तुतः केवल सामान ढोने के लिए थी और उसमें मजदूरों को एक साथ भेजना मना था, फिर भी कॉन्ट्रैक्टर ने ऐसा किया। हादसे के बाद मजदूरों और स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध किया और आरोप लगाया कि लिफ्ट की नियमित जांच नहीं करवाई गई थी, जिससे बताई गई तकनीकी खराबी नजरअंदाज हुई। कई खबरों में बताया गया है कि प्रशासन इस दुर्घटना को लापरवाही मानकर जांच कर रहा है और कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। प्रशासनिक प्रतिक्रिया पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और जिम्मेदार लोगों की लिस्ट बनाई गई है।मजदूर संगठनों ने भी प्लांट मैनेजमेंट और कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। हादसे के लिए प्रबंधन और कॉन्ट्रैक्टर की लापरवाही को प्रमुख वजह मानते हुए FIR एवं अन्य विधिक कार्रवाई की मांग उठ रही है।