नेपाल में भानू भक्त की बाल्मिकी रामायण की नेपाली भाषा में अनुवाद की दो सौ ग्यारहवीं जयंती पर भारतीय कवियों की धूम
रायगढ़ के वरिष्ठ कवि, छत्तीसगढ़ के प्रथम इंग्लिश उपन्यासकार, अंतराष्ट्रीय साहित्यकार डॉ वासु देव यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आज यहां जानकारी दी कि मंजिल ग्रुप साहित्य मंच में अठारह देशों से लगभग पन्द्रह हज़ार सदस्य हैं ।
जिसमे से मात्र कुछ कवियों को ही इस आयोजन मे सम्मलित होने का सुअवसर प्राप्त हुआ ।
नेपाल,गंडकी प्रदेश जिला तन्हू स्थित चुन्दीरम्भा में आदि कवि भानु भक्त जिन्होंने बाल्मिकी रामायण का नेपाली भाषा में अनुवाद किया था ,उनकी दो सौ ग्यारहवीं जन्मोत्सव पर त्रिदिवसीय अंतराष्ट्रीय कवि सम्मेलन, रामायण पाठ खुली प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम
का आयोजन भानू भक्त विकास समिति चुन्दीरम्भा द्वारा किया गया। जिसमे प्रमुख रुप से श्री सहदेव अधिकारी जिला महा सचिव जिला तन्हुं नेपाली कांग्रेस, राम कुमार श्रेष्ठ प्रेसिडेंट भानू सिटी,
लक्ष्मी आचार्य, गंडकी प्रदेश के नेपाली कांग्रेस के जन प्रतिनिधि विष्णु भक्त आचार्य, विष्णु कुमारी श्रेष्ठ सोशल वर्कर उमा गौतामे डिप्टी मेयर भानू म्यूनिसप्लटी की गौरवमई उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर इनके नेतृत्व में सैंकड़ों की संख्या में जनसमूह द्वारा चुन्दी रंभा पहाड़ की पांच किलोमीटर की ऊंचाई पर भानू भक्त की प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई ।
उल्लेखनीय है कि उक्त अवसर पर भरत साहित्य मंडल रायगढ़ के संस्थापक श्री भरत नायक बाबूजी के दिशा निर्देश पर डॉ वासु देव यादव द्वारा भानू भक्त की मूर्ति स्थल तक कंकड़ पत्थर भरे रस्ते से नंगे पांव ही पहुंच कर इनके द्वारा पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की गई जिसकी सर्वत्र प्रशंसा करते हुए कहा जा रहा है कि डॉ यादव का यह प्रयास भारत नेपाल की मित्रता को और मजबूत करने की दिशा में यह एक ठोस कदम है।
प्रतिमा के पास ही इनके पर पौत्र श्री हरि जी का निवास भी है।
इस कार्यक्रम में नेपाल साहित्य मंच के आमंत्रण पर सम्मलित होने के लिए भारत से मंजिल ग्रुप साहित्य मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री सुधीर सिंह सुधाकर नोएडा के नेतृत्व में रायगढ़ छत्तीसगढ़ से श्री भरत नायक बाबूजी, निर्भय गुप्ता जी, नेत राम राठिया जी, डॉ वासु देव यादव जी, कोटा राजस्थान से मदन मोहन सजल जी, संभल यूपी से अतुल कुमार शर्मा जी ,बहजेई यू पी से दीपक गोस्वामी चिराग, रामपुर यू पी से शिव कुमार चंदन, प्रयाग राज से डॉ विजयानंद , पवांसा से ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, महेंद्र नगर नेपाल से भूपी उपाध्याय अनिल चंद, हेम बाबू लेखक, लखनऊ से आर्य दीनबंधु सरल जी,उपमा आर्य सरल जी ,अरविंद झा जी डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव जी, स्मिता सक्सेना जी, एवम अन्य ग्रुप से गौहाटी से गुरंग जी, एवम मुंबई से रश्मि जी इत्यादि थीं।