गुमड़ा में चोरों का खेल खत्म, घरघोड़ा पुलिस ने चार आरोपियों को भेजा सलाखों के पीछे! 8.60 लाख की संपत्ति बरामद
घरघोड़ा पुलिस ने सुलझाई चोरी की गुत्थी, पढ़ें पूरी खबर..

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 22 जुलाई 2025: ग्राम छोटे गुमड़ा में पिछले एक माह से चोरों का आतंक मचा हुआ था। रात के साये में चुपके से सेंध लगाकर चोर सामुदायिक बाड़ी और रोपणी उद्यान से कीमती सामान उड़ा ले जा रहे थे। लेकिन घरघोड़ा थाना पुलिस ने इस सिलसिलेवार चोरी की वारदातों का पर्दाफाश कर चार शातिर चोरों को धर दबोचा। इस सनसनीखेज खुलासे के साथ पुलिस ने 8.60 लाख रुपये की चोरी गई संपत्ति, जिसमें बोर पंप मशीन, चैनलिंग जालीतार और एक ट्रैक्टर शामिल है, बरामद कर लिया।

पहली चोरी: सामुदायिक बाड़ी पर चोरों की नजर
21 जून की रात, जब छोटे गुमड़ा गांव गहरी नींद में डूबा था, चोरों ने सामुदायिक बाड़ी को निशाना बनाया। 5 एचपी की बोर पंप मशीन और चैनलिंग जालीतार पर हाथ साफ कर चोर अंधेरे में गायब हो गए। पीड़ित अरविंद पैंकरा ने 24 जून को थाने में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने अपराध क्रमांक 165/2025 धारा 303(2) बीएनएस के तहत जांच शुरू की। यह एक साधारण चोरी नहीं थी; यह एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी।
दूसरी वारदात: रोपणी उद्यान में सेंध
20 जुलाई की रात चोरों ने फिर दस्तक दी। इस बार रोपणी उद्यान में पोल खंभे तोड़कर 410 चैनलिंग जालीतार, जिनकी कीमत 15,000 रुपये थी, चुरा ली गई। हरि प्रसाद सिदार की शिकायत पर अपराध क्रमांक 189/2025 दर्ज हुआ। गांव में दहशत फैल चुकी थी। क्या यह कोई बड़ा गिरोह था? या फिर कोई स्थानीय शातिर? सवालों का जवाब ढूंढने के लिए घरघोड़ा पुलिस ने कमर कस ली।
पुलिस की चालाकी: मुखबिरों का जाल और चोरों का पतन
थाना प्रभारी निरीक्षक कुमार गौरव साहू ने इस रहस्य को सुलझाने के लिए अपने मुखबिरों का जाल बिछाया। जैसे ही विश्वसनीय सूचना मिली, पुलिस ने संदेही निर्मल उरांव को हिरासत में लिया। सख्त पूछताछ में निर्मल टूट गया और उसने अपने काले कारनामों का राज उगल दिया। उसने कबूल किया कि पहली चोरी में उसने अपने साथी पुष्कर एक्का के साथ मिलकर ट्रैक्टर से सामुदायिक बाड़ी से सामान चुराया था। दूसरी चोरी में उसके साथ शिवा उरांव और सतीष उर्फ बबलू उरांव शामिल थे, जिन्होंने रोपणी उद्यान से जालीतार चुराकर छिपा दिया था।
बरामद लूट का माल: 8.60 लाख का सामान
पुलिस ने निर्मल की निशानदेही पर छापेमारी की और चोरी का सारा माल बरामद कर लिया। इसमें 45,000 रुपये की बोर पंप मशीन, 15,000 रुपये की चैनलिंग जालीतार और सबसे बड़ा खुलासा—8 लाख रुपये का लाल रंग का महिंद्रा ट्रैक्टर, जिसका इस्तेमाल चोरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए किया था। यह ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट का था, जो चोरों की शातिराना योजना का सबूत था।
गिरफ्तार चोरों की फेहरिस्त
पुलिस ने चारों आरोपियों को हथकड़ी पहनाकर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। गिरफ्तार चोरों में शामिल हैं:
1. निर्मल उरांव (20 वर्ष), वार्ड क्रमांक 05, घरघोड़ा
2. शिवा उरांव (19 वर्ष), उरांवपारा, घरघोड़ा
3. सतीष उर्फ बबलू उरांव(21 वर्ष), उरांवपारा, घरघोड़ा
4. पुष्कर एक्का (18 वर्ष), उरांवपारा, घरघोड़ा
पुलिस की तारीफ, गांव में राहत
इस सनसनीखेज कार्रवाई ने न केवल चोरों के मंसूबों पर पानी फेरा, बल्कि गांव में फैली दहशत को भी खत्म कर दिया। थाना प्रभारी कुमार गौरव साहू के नेतृत्व में एएसआई नरेंद्र सिदार, प्रधान आरक्षक परसमानी बेहरा, आरक्षक हरीश पटेल और प्रहलाद भगत की टीम ने दिन-रात मेहनत कर इस मामले को सुलझाया। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने न सिर्फ चोरों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि ग्रामीणों के बीच पुलिस की साख को और मजबूत किया।
सस्पेंस का अंत, न्याय की जीत
यह कहानी किसी फिल्मी थ्रिलर से कम नहीं थी—रात की चुपके-चुपके चोरी, ट्रैक्टर की सवारी, और फिर पुलिस की चतुराई से चोरों का पतन। सभी आरोपी अब न्यायिक रिमांड पर हैं, और छोटे गुमड़ा में शांति लौट आई है। घरघोड़ा पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कानून के लंबे हाथों से कोई नहीं बच सकता!