जोबरो में स्वास्थ्य सेवा और संवेदना का अनूठा संगम: राष्ट्रीय मानकों को छूती एक ग्रामीण स्वास्थ्य इकाई

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम जोबरो, तमनार (रायगढ़), 19 जून 2025: छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव जोबरो ने स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्टता का ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक मिसाल बन गया है। हाल ही में हुए एक स्वास्थ्य मूल्यांकन में जोबरो की स्वास्थ्य इकाई ने गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों के टीकाकरण, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता, बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हर्बल गार्डन, फाइलेरिया-मलेरिया नियंत्रण, और संस्थागत प्रसव जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में शानदार प्रदर्शन किया। आश्चर्यजनक रूप से सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक और व्यवस्थित पाई गईं, जिसने मूल्यांकन टीम को प्रभावित किया।
### नेतृत्व और समर्पण की मिसाल
इस सफलता के पीछे दो व्यक्तियों का असाधारण योगदान रहा। **प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पवन डनसेना** ने अपनी नेतृत्व क्षमता से न केवल सभी तैयारियों को अंजाम दिया, बल्कि विभागीय तालमेल, कागजात संकलन, और जमीनी व्यवस्थाओं को बखूबी संभाला। वहीं, **रजनीकांत पटेल (एमपीएस)** ने अपने मार्गदर्शन, सूचनात्मक सहयोग, और जमीनी जुड़ाव से इस मूल्यांकन को एक आत्मीय आयोजन में बदल दिया। इन दोनों अधिकारियों ने साबित किया कि सही दिशा और समर्पण के साथ एक ग्रामीण स्वास्थ्य इकाई भी राष्ट्रीय मानकों को छू सकती है।
### सामूहिक प्रयासों का उत्सव
मूल्यांकन के दिन **बीएमओ डॉ. डीएस पैंकरा**, **शशिभूषण सिदार (बीई)**, **सीएचबी पल्लवी शर्मा**, और अन्य मेडिकल स्टाफ ने अपनी सेवाओं से आयोजन को और मजबूत किया। **आरएचओ मदनलाल पटेल**, **लक्ष्मण झरिया**, **हरगोविंद पटेल**, **भूपेंद्र साहू**, **तिलेश्वर नेताम (फार्मासिस्ट)**, **अरविंद सिदार**, **सीमा शर्मा**, **संगीता तिर्की**, **ईश्वरी मरकाम**, **कविता सिदार**, और **सीएचओ प्रीति साहू**, **चेतना साहू**, **यशवंती नायक**, **साक्षी पटेल**, **कामिनी गुप्ता** जैसे कर्मचारियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सक्रिय सहभागिता दिखाई।
### सामुदायिक भागीदारी ने जोड़ा रंग
इस आयोजन की खासियत रही ग्रामीण समुदाय की सक्रिय भागीदारी। **ग्राम सरपंच उजागर मति राठिया**, **एएमटी दमयंती सोनी**, **बसंती गुप्ता**, **एवीडीएस दीपक सोनी**, और जोबरो, पाली, कर्मागढ़ की मितानिन बहनों ने इस मूल्यांकन को एक सामाजिक उत्सव में बदल दिया। उनकी भागीदारी ने न केवल आयोजन की गरिमा बढ़ाई, बल्कि यह भी दिखाया कि स्वास्थ्य सेवा केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं, बल्कि सामुदायिक विश्वास और एकजुटता का प्रतीक है।
### स्वास्थ्य सेवा: विश्वास का दूसरा नाम
जोबरो की यह यात्रा साबित करती है कि स्वास्थ्य सेवा केवल इलाज का माध्यम नहीं, बल्कि समुदाय के बीच विश्वास और संवेदना का सेतु है। यह कहानी न केवल जोबरो के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है कि सही नेतृत्व, सामूहिक प्रयास, और सामुदायिक भागीदारी से ग्रामीण भारत भी स्वास्थ्य सेवाओं में नई ऊंचाइयां छू सकता है।
यह खबर उन सभी के लिए एक संदेश है जो मानते हैं कि छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं। जोबरो ने दिखा दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो एक गांव भी देश के लिए मिसाल बन सकता है।

रिपोर्ट – नरेश राठिया