देलारी स्थित कम्पनी नित्यम इस्पात पर वनभूमि पर कब्जा करने का आरोप, जनदर्शन..

अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़। देलारी ग्राम में स्थित नित्यम इस्पात प्राईवेट लिमिटेड द्वारा वन भूमि पर कब्जा करने का प्रयास करने व सागौन पेडों की अवैध कटाई करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मामले की जांच करने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि वन की सीमा के लिए बनाये गये मुनारा को भी हटाने का प्रयास कंपनी प्रबंधन द्वारा किया जा रहा था जिसका विरोध भी उन्होंने किया था। उन्होंने कंपनी द्वारा जंगल में कब्जा किये जाने की आशंका को देखते हुए वन भूमि का सीमांकन कराने की भी मांग की है।
ग्राम पंचायत देलारी के ग्रामीणों ने मंगलवार को जनदर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए बताया कि ग्राम पंचायत देलारी जो घने वनों से घिरा हुआ है तथा गांव में नित्यम इस्पात प्राईवेट लिमिटेड द्वारा खसरा नंबर 172, 175, 176 में जमीन खरीदी गई है। वहीं खसरा क्रमांक 171 में वनभूमि में नारंगी क्षेत्र है। वन भूमि की सीमा का निर्धांरण कर विभाग द्वारा मुनारा बनाया जाता है। नित्यम इस्पात द्वारा नारंगी क्षेत्र में कब्जा करने के उद्देश्य से पूर्व में मुनारा के साथ छेडख़ानी करते हुए नया मुनारा बनाया गया था।
इसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किये जाने व मीडिया में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद कार्रवाई के भय से कंपनी प्रबंधन ने नया मुनारा को तोड़ दिया गया था । वहीं नारंगी वन में लाखों रूपए खर्च कर सागौन के पेड़ लगाये गये थे जिनकी सुरक्षा वन विभाग की टीम व देलारी गांव की वन सुरक्षा समिति द्वारा की जा रही है। वर्तमान में कंपनी प्रबंधन द्वारा उक्त क्षेत्र में लगे सागौन के पेड़ काटे जा रहे है। इसके अलावा जिस जमीन को कपंनी द्वारा लिया जाना बताया जा रहा है। वहां भी वन विभाग द्वारा सागौन के पेड़ लगाये गये थे।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह निजी भूमि है तो पूर्व में वन विभाग द्वारा इस जमीन पर सागौन पेड़ क्यों लगाये गये थे? वहीं यदि वन भूमि है तो कंपनी प्रबंधन द्वारा पेड़ों की कटाई किस अधिकार से की जा रही है। यह बात स्पष्ट नहीं हो पा रही है लिहाजा इस मामले कि उन्होंने जांच कराने की कलेक्टर से मांग की है। इसके साथ ही वन भूमि का सीमांकन कराने की भी उन्होने मांग की है।