एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या की आशंका, घर में खून के छींटे और खुदी हुई जमीन ने मचाया हड़कंप

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, छत्तीसगढ़: जिले के खरसिया थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। ग्राम ठुसेकेला के राजीव नगर मोहल्ले में रहने वाले बुधराम उरांव के घर से चार शव बरामद होने से हड़कंप मच गया है। पुलिस को आशंका है कि यह एक सामूहिक हत्याकांड का मामला हो सकता है, जिसमें पति-पत्नी और उनके दो बच्चों की हत्या की गई है। घटना तहसील कार्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर हुई है, और पिछले दो-तीन दिनों से घर बंद पड़ा था, जिससे स्थानीय लोगों में संदेह पैदा हो गया था।
घटना का खुलासा: बदबू और बंद दरवाजे ने उठाया पर्दा
घटना का पता आज सुबह चला, जब घर से असहनीय बदबू आने लगी। स्थानीय ग्रामीणों ने बंद दरवाजे पर ध्यान दिया और बाड़ी के पीछे से घर के अंदर झांककर देखा। अंदर का दृश्य भयावह था—कमरे में जगह-जगह खून के छींटे बिखरे हुए थे, और जमीन खुदी हुई नजर आ रही थी, जैसे कि कुछ दफन किया गया हो। इससे संदेह और गहरा हो गया, और ग्रामीणों ने तुरंत खरसिया पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। रायगढ़ मुख्यालय से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया, जो घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन करने लगी।
फॉरेंसिक टीम ने घर की बाड़ी में खाद के गड्ढे (खातू गड्ढा) की जांच की, जहां से चार शव बरामद हुए। ये शव बुधराम उरांव (पिता चमार सिंह उरांव), उनकी पत्नी सहोदरा उरांव, 12 वर्षीय बेटे अरविंद उरांव और 3 वर्षीय बेटी शिवांगी उरांव के बताए जा रहे हैं। परिवार पिछले पांच दिनों से लापता था, और घर का दरवाजा बंद होने से ग्रामीणों में चर्चाएं चल रही थीं। रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दिव्यांग कुमार पटेल भी मौके पर पहुंचे और जांच का supervision किया।

परिवार की पृष्ठभूमि और बची हुई बेटी
बुधराम उरांव का परिवार साधारण जीवन जीता था। उनकी बड़ी बेटी शिवानी उरांव (15 वर्ष) घर से बाहर पढ़ाई कर रही है और फिलहाल सुरक्षित है। वह गांव में मौजूद है, लेकिन घटना के समय घर पर नहीं थी। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, परिवार के सदस्यों के बीच कोई ज्ञात विवाद नहीं था, लेकिन पुलिस सभी संभावनाओं की जांच कर रही है। शिवानी से पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
पुलिस ने पूरे घर और बाड़ी को सील कर दिया है, ताकि कोई सबूत नष्ट न हो। फॉरेंसिक टीम अभी भी मौके पर है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में हत्या की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि शवों की स्थिति और घर में पाए गए खून के निशान इस ओर इशारा कर रहे हैं। एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है, और जल्द ही नए तथ्य सामने आएंगे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है, और सीसीटीवी फुटेज या अन्य डिजिटल सबूतों की तलाश की जा रही है।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोग घटना की सच्चाई जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय मीडिया ‘केलो प्रवाह’ ने शिवानी से बात की, जिसमें उसने अपनी सुरक्षा की पुष्टि की। पुलिस का कहना है कि यह एक सुनियोजित हत्याकांड लगता है, लेकिन अभी तक कोई संदिग्ध गिरफ्तार नहीं हुआ है।

इलाके में प्रभाव
यह घटना रायगढ़ जिले में अपराध की बढ़ती घटनाओं को उजागर करती है, और स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा की कमी एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। हम इस खबर पर नजर बनाए हुए हैं, और जैसे ही फॉरेंसिक जांच पूरी होगी या कोई नई जानकारी आएगी, आपको अपडेट किया जाएगा। यदि आपके पास कोई सूचना है, तो कृपया खरसिया पुलिस से संपर्क करें।