छाल SECL में दो गाड़ियों को अवैध तरीके से माइंस में एंट्री कराने का मामला, पुलिस जांच में मिले चार आरोपी
एसईसीएल की छाल खदान में बवाल मच गया है। कोयला चोरी करने खदान में घुसी दो गाडिय़ों को अंदर कराने के लिए एसईसीएल ने दो कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। दोनों को सस्पेंड कर दिया गया जिसके बाद खदान में हंगामा हो गया। श्रमिक यूनियन ने खदान में काम बंद कर दिया है। वहीं दो अन्य को आरोप पत्र जारी किया गया है। शनिवार रात को छाल खदान में बिना किसी वैध कार्ड के दो ट्रेलरों की एंट्री कराई गई थी। लोडर ने कोयला भी लोड कर दिया। करीब 1.20 लाख कीमत का कोयला लेकर दोनों गाडिय़ां निकलीं तो बूम बेरियर के पास कांटा ऑपरेटर ने पकड़ लिया।
गाड़ी क्रमांक सीजी 11 बीजे 7600 और सीजी 11 बीजे 7597 में कोई भी आरएफआईडी कार्ड नहीं था। इसके बिना कोई भी वाहन खदान के अंदर नहीं आ सकता। स्टीम कोयला लोड करके गाड़ी निकाली जा रही थी। पुलिस ने दोनों ड्राइवरों के अलावा दो लोडर कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया है। शासकीय संपत्ति की चोरी के अपराध में धारा 305(ई) बीएनएस तहत एफआईआर दर्ज की है। इस प्रकरण में अब एसईसीएल की विभागीय जांच भी हो रही है। प्रारंभिक तौर पर दो कर्मचारियों नीरज सिंह ठाकुर और प्रवीण कस्तूरे को इसका जिम्मेदार मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया।
कहा जा रहा है कि दोनों गाडिय़ों को अंदर कराने में इन्होंने मदद की थी। इसके अलावा दो अन्य गार्ड को आरोप पत्र जारी कर जवाब मांगा गया है। दोनों को सस्पेंड करते ही खदान में कर्मचारी यूनियन ने हंगामा कर दिया। दोपहर बाद ही बवाल मचाते हुए खदान में पूरा काम बंद कर दिया। डिस्पैच रुक जाने से कई कंपनियों के डीओ लटक गए।
तीन लोडर कर रहे काम
इस कांड में कई सवाल अनुत्तरित हैं। गाडिय़ां जब अंदर आईं तो क्या कांटे में बाबू मौजूद था? किस लोडर से कोयला लोड हुआ? माइंस में आशीष, प्रभात और अली तीन लोडर काम कर रहे हैं। एसईसीएल ने सभी प्वाइंट में सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। एक साथ सैकड़ों गाडिय़ां पहुंच जाने के कारण जांच में समय लग रहा है।