अम्बुजा फाउण्डेसन द्वारा गाव में संचालित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में स्व सहायता समूहों की दिदियों द्वारा विभिन्न जगहों की साफ-सफाई, स्कूलो में रैली पखवाडा कर स्वच्छता का संदेश दिया गया

तमनार। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशन में जिले में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जिसमें अम्बुजा फाउन्डेशन द्वारा संचालित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत स्व सहायता समूहो का संचालन किया जा रहा है जिसमे सम्मलित ग्राम- खम्हरिया, करवाही, रामपुर, गारे, लम्द रहा, सिदारपारा, मिलूपारा, बजरमुडा की स्व सहायता समूहों की दिदियो द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम किया जा रहा है इसमे – 190 SHG, सदस्य-980 दिदियों द्वारा स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है, स्वच्छता मिशन के तहत 14 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक गांवो मे व सभी स्कूलों में यह कार्यक्रम किया जायेगा, जिसमें स्वच्छता ही सेवा है, संस्कार स्वच्छता, स्वभाव स्वच्छता का संदेश दिया जायेगा। स्वच्छता मिशन में स्व सहायता समूहों की दिदि बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है हे और स्कूलो में सभी अध्यापको व बच्चो द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है, स्कूलो में पेंटिंग प्रतियोगिता, हाथ धोने का सही तरीका, पर्सनल हाइजिंग वस्वच्छता पर रैली पखवाडा कर बच्चो के द्वारा संदेश दिया जा रहा। स्व सहायता समूहों की दिदियो ने स्वच्छता का सन्देश के रूप व्यक्तिगत तथा सामूहिक रूप से अपने स्वभाव और तथा संस्कार से स्वच्छता का
अपनाए जाने का परिचय दिया, दिदियों ने सभी गांवो व स्कूलो में जाकर सामुहिक रूप से श्रमदान देकर कचरा एकत्र होने वाली स्थानों की सफाई में सहयोग दिए, साथ ही धार्मिक स्थलों , सामुहिक तालाबो, स्कूलो तथा आंगनवाडी केन्द्रा में गांवो की नालियों को गलियों को सड़को को अपना श्रमदान देकर वृद्ध रूप से सफाई अभियान चला रही है. . इस दौरान समूह की दीदियों ने गांवो मे नारा लेखन कर, रैली पखवाडा कर स्वच्छता का संदेशादिया। समूह की दीदियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम अन्तर्गत पौधा रोवण भी किये। सभी गांवो में, स्कूलो में 2000 से ज्यादा पौधे लगाये एवं उसके सरंक्षण करने की शपथ ली। हर गांव में स्कूलों में स्व सहायता समूह की दिदियो अपने और आस-पास तथा अपने गांवो को स्वच्छ एवं साफ-सफाई युक्त रखने की शपथ ली। एक कदम स्वच्छता की ओर स्वच्छ भारत मिशन महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमे सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी बल्की एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कलपना भी थी, अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके गांवों की सफाई करें। स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहे, और उसके लिए समय है। हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को पूरा करे स्वच्छता की तरफ बढाया गया एक कदम पूरे गांव को पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा इस विचार के साथ। साथ आज समूह की महिलायें गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार कर रही।