“छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक फेरबदल की बड़ी खेप: 38 अधिकारियों का तबादला, रामप्रसाद चौहान का अतिरिक्त प्रभार..

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायपुर।
छत्तीसगढ़ शासन ने एक बार फिर प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने अब राज्य सेवा के 38 अधिकारियों के तबादले और कई महत्वपूर्ण विभागों से अतिरिक्त प्रभार हटाने का आदेश जारी किया। आदेश सामने आते ही मंत्रालय से लेकर जिलों तक पूरे अफसरशाही में नई चर्चा शुरू हो गई है।
इस फेरबदल की विशेष बात यह है कि जहाँ कुछ अधिकारियों को अहम विभागों की कमान सौंपी गई है, वहीं कुछ से अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ भी वापस ली गई हैं। इनमें रामप्रसाद चौहान (उप सचिव) गृह विभाग का नाम सबसे ज़्यादा सुर्खियों में है, क्योंकि सामाजिक कल्याण विभाग का उनका अतिरिक्त प्रभार समाप्त कर दिया गया है, जिसे प्रशासनिक हलकों में महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
अधिकारियों की लंबी सूची—कौन कहाँ पहुंचे?
आदेश के अनुसार—
राजीव अहिरे को कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग सौंपा गया।
सूय किरण तिवारी अब पशुधन विकास एवं मछली पालन विभाग में अपनी भूमिका निभाएंगे।
लवीला पांडेय चिकित्सा शिक्षा विभाग में नई जिम्मेदारी संभालेंगी।
भागवत प्रसाद जायसवाल को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भेजा गया है।
डॉ. ऋतु वर्मा GAD में स्थानांतरित की गई हैं।
कुसुम एक्का को गृह विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
वैभव क्षेत्रज्ञ, विमल शांडिल्य, कश्यप कृष्ण गौतम समेत कई युवा अफसरों को भी नए विभाग या प्रभार सौंपे गए हैं।
उधर, कई अधिकारियों को केवल अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है, जैसे—
श्रीकांत वर्मा, अंकिता गर्ग, अन्वेष धृतलहरे, अरविंद खोब्रागढ़े आदि।

क्यों ज़रूरी माना जा रहा यह फेरबदल?
सूत्रों के अनुसार—
सरकार आगामी प्रशासनिक और विकासात्मक एजेंडा को गति देने की तैयारी में है।
कई विभागों में निरंतर बढ़ते कार्यभार और नए प्रोजेक्ट्स के चलते विशेषज्ञता-आधारित पोस्टिंग की जरूरत महसूस की जा रही थी।
फील्ड से लेकर मंत्रालय तक कार्यप्रवाह में तेजी लाने की रणनीति का यह हिस्सा बताया जा रहा है।

38 अधिकारियों का यह व्यापक फेरबदल मुख्यमंत्री सचिवालय और GAD की स्पष्ट प्रशासनिक प्राथमिकताओं को दर्शाता है। आने वाले दिनों में विभागीय पुनर्संरचना और नए पदस्थापनों को लेकर और भी चर्चाएँ तेज होने की संभावना है।