छत्तीसगढ़ में अडानी के खिलाफ कांग्रेस का बड़ा आंदोलन: 22 जुलाई को चक्का जाम और आर्थिक नाकेबंदी

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम दिल्ली। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने अडानी समूह के खिलाफ 22 जुलाई को राज्य के सभी जिलों में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्का जाम और आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान किया है। यह विरोध रायगढ़ में अडानी समूह द्वारा कथित पेड़ कटाई के मुद्दे को लेकर है।
दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान भूपेश बघेल ने कहा कि 21 जुलाई को वे दिल्ली में रहेंगे, और 22 जुलाई को उनके बेटे चैतन्य बघेल के कोर्ट में पेश होने के बाद पूरे छत्तीसगढ़ में अडानी के खिलाफ यह आंदोलन किया जाएगा।
दरअसल, 18 जुलाई को छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस ने रायगढ़ में पेड़ कटाई का मुद्दा उठाने की कोशिश की थी। लेकिन उसी दिन सुबह भूपेश बघेल के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की और उनके बेटे चैतन्य को गिरफ्तार कर लिया, जिस दिन उनका जन्मदिन भी था। कोर्ट ने चैतन्य को 5 दिन की ED रिमांड में भेजा था, जो 22 जुलाई को समाप्त होगी।
22 जुलाई को चैतन्य बघेल को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसी दिन कांग्रेस ने अडानी समूह के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है, जिसमें सभी जिलों में चक्का जाम और आर्थिक नाकेबंदी शामिल है।