चोटीगुड़ा में शक्ति–संपन्न संगम: 24 नवंबर को सिंहदेव और दीपक बैज की संयुक्त मौजूदगी से वार्षिकोत्सव होगा ऐतिहासिक

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।घरघोड़ा ब्लॉक का ग्राम चोटीगुड़ा 24 नवंबर को धार्मिक आस्था और राजनीतिक उपस्थिति के अनोखे संगम का केंद्र बनने जा रहा है। गिरिराज श्री जगन्नाथ श्रीजन सेवा समिति द्वारा आयोजित मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा एवं वार्षिकोत्सव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो प्रमुख चेहरे— पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज—एक साथ शामिल होंगे।
21 से 25 नवंबर तक चल रहे इस आयोजन में 24 नवंबर का दिन सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें भव्य मेले और प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच दोनों नेताओं की उपस्थिति कार्यक्रम को विशेष पहचान देगी।
ग्राम चोटीगुड़ा में तैयारियां पूरी, माहौल उत्साह से भरा
चोटीगुड़ा समेत आसपास के गांवों में स्वागत की जोरदार तैयारियां की गई हैं।
समिति और प्रशासन मिलकर—
सुरक्षा व्यवस्था,
यातायात प्रबंधन,
भीड़ नियंत्रण,
तथा कार्यक्रम स्थल की सजावट
को लेकर सक्रिय है।
ग्रामीणों और श्रद्धालुओं में उत्साह ऐसा कि पूरे क्षेत्र में मेला जैसा वातावरण नजर आने लगा है।
कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का तय कार्यक्रम (आधिकारिक रूटचार्ट)
सुबह 9:00 बजे – रायपुर (देवेंद्र नगर) से सड़क मार्ग से चोटीगुड़ा के लिए प्रस्थान
दोपहर 12:00 बजे – चोटीगुड़ा पहुँचकर प्राण-प्रतिष्ठा एवं वार्षिकोत्सव में शामिल
दोपहर 3:00 बजे – चोटीगुड़ा से रायपुर वापसी
शाम 6:00 बजे – रायपुर आगमन
बैज की यह यात्रा पूरे दिन चोटीगुड़ा के कार्यक्रम को राजनीतिक दृष्टि से भी खास महत्व प्रदान करेगी।
टी.एस. सिंहदेव का विस्तृत कार्यक्रम
सुबह 11:00 बजे – अंबिकापुर से लैलूंगा प्रस्थान
दोपहर 1:00 बजे – लैलूंगा आगमन, भोजन एवं अल्प विश्राम
दोपहर 2:00 बजे – लैलूंगा से चोटीगुड़ा के लिए प्रस्थान
शाम 4:00 बजे – चोटीगुड़ा पहुँचकर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल
शाम 4:25 बजे – चोटीगुड़ा से घरघोड़ा प्रस्थान
शाम 5:00 बजे – घरघोड़ा में निर्धारित कार्यक्रम
शाम 5:30 बजे – घरघोड़ा से लैलूंगा वापसी
रात 8:00 बजे – अंबिकापुर पहुँचने का समय तय
सिंहदेव की यह उपस्थिति न केवल धार्मिक कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएगी, बल्कि घरघोड़ा क्षेत्र में उनकी सक्रियता को भी दर्शाएगी।
ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह
चोटीगुड़ा के मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का यह अवसर पूरे ब्लॉक में चर्चा का विषय बना हुआ है।
ग्रामीणों के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ता दोनों नेताओं के स्वागत को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
स्थानीय समिति का कहना है कि—
> “दो बड़े नेताओं की उपस्थिति से हमारा वार्षिकोत्सव गाँव और पूरे क्षेत्र का ऐतिहासिक आयोजन बन जाएगा।”
मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, स्थानीय कलाकारों का कार्यक्रम, धार्मिक अनुष्ठान एवं भंडारा जैसे आयोजन भी रहेंगे।
24 नवंबर: आस्था, राजनीति और संस्कृति का संगम
24 नवंबर को चोटीगुड़ा में ऐसा उत्सव होने जा रहा है, जहां धार्मिक ध्वनि, जनभागीदारी और राजनीतिक मौजूदगी एक साथ दिखाई देंगे।
सुरक्षा व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद हैं और अनुमान है कि आसपास के ग्रामीण अंचलों से भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट