तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में 7 करोड़ अंदर वाला IFS अफसर अरेस्ट, ACB और EOW ने की थी छापेमार कार्रवाई

बस्तर में तेंदूपत्ता घोटाला मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने वन विभाग के अधिकारी को गिरफ्तार किया। आईएफएस अधिकारी अशोक पटेल को विशेष कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी है। आरोपी पर 7 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप है।
सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायपुरः छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में तेंदूपत्ता बोनस घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार के दिन एसीबी की टीम ने तेंदूपत्ता बोनस घोटाले मामले में भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के अधिकारी अशोक पटेल को गिरफ्तार कर विशेष कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने अशोक पटेल को 23 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में भेजा है। ऐसा पहली बार हुआ जब दोनों एजेंसियों ने किसी आईएफएस अफसर को अरेस्ट किया
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के उपसंचालक मिथिलेश वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अशोक कुमार पटेल सुकमा मे वन मंडल अधिकारी थे। इन पर यह आरोप है कि तेंदूपत्ता सग्राहकों को जो बोनस दिया जाना था इन्होंने कई लोगों को बोनस नहीं दिया है। साथ ही करीब 7 करोड़ रुपए का गबन किया गया है। इनको गिरफ्तार करने के बाद हमने पुलिस रिमांड के लिए आवेदन लगाया था।
एजेंसियां करेगी पूछताछ….
एसीबी ने 30 अप्रैल तक रिमांड मांगा था। जिस पर कोर्ट ने 23 तारीख तक की रिमांड दी है। अधिकारी ने बताया कि आरोपी से अभी पूछताछ करना है। अशोक कुमार के पास से कुछ इनपुट मिले हैं। जिनके बारे में जानकारी लेना है। साथ ही कुछ दस्तावेज की जब्त करना है। यह सारी चीज हमारे आवेदन में उल्लेखित हैं। विवेचना में जो भी चीज सामने आएंगे उसके साथ ही उन लोगों की गिरफ्तारी की जाएंगी।
बचाव पक्ष ने दिया ये तर्क….
इस पूरे मामले में बचाव पक्ष के वकील प्रशांत बाजपेई ने कहा कि पहले इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया। जब उसमें कोई प्रमाण नहीं मिला तो यह निराधार अपराध में इन्हें अरेस्ट किया गया है। वकील ने कहा कि विभाग के प्रमुख होने के चलते इनको अरेस्ट किया गया है। बाजपेई का कहना है कि एसीबी ने कोर्ट में इस मामले में कोई भी सबूत पेश नहीं किया है। हमारा पुलिस रिमांड को लेकर यही विरोध था कि जब कोई साक्षी नहीं है तो पुलिस डिमांड नहीं देनी चाहिए।
सुकमा में हुई थी छापामार कार्रवाई….
बता दें कि सुकमा जिले में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने 12 स्थानों पर छापामार कार्रवाई की थी। यह रेड तेंदूपत्ता बोनस गबन मामले में की गई थी। इस कार्रवाई को लेकर दोनों एजेंसियों ने प्रेस रिलीज भी जारी किया था। दोनों एजेंसियों रेड में मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, बैंक अकाउंट और इनवेस्टमेंट से जुड़े डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं। साथ ही डीएफओ ऑफिस के कर्मचारी के निवास से 26 लाख रुपये नगद मिले थे। यह राशि कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के घर पर सर्च के दौरान बरामद हुए थे।