घरघोड़ा में धार्मिक आस्था पर वार: श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं खंडित — क्षेत्र में आक्रोश, आरोपी की तलाश में पुलिस सक्रिय

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़/घरघोड़ा।
जिले में सामाजिक सौहार्द को तोड़ने की साजिशें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। संत गुरु घासीदास बाबा पर अभद्र टिप्पणी का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि घरघोड़ा क्षेत्र के नेगीपारा में एक नई विवादित घटना ने लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया है। यहां स्थित श्री राम मंदिर में स्थापित भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी की प्रतिमाओं को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर नाली में फेंक दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया।
स्थानीय लोगों ने इसे धार्मिक आस्था पर सीधा हमला बताते हुए घरघोड़ा थाने का रुख किया। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और ग्रामीणों ने पहुंचकर पुलिस को लिखित शिकायत दी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि ऐसी हरकतें समाज में नफरत फैलाने और भाईचारे को तोड़ने की कोशिश हैं, जिन पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।

पुलिस ने शुरू की जांच, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं
सूचना मिलते ही घरघोड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रतिमाओं के अवशेषों को मंदिर परिसर से सुरक्षित किया गया है और आसपास लगे CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने की निंदा
घटना की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी मंदिर पहुंचे। सभी ने इस अमर्यादित कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि रायगढ़ जैसी शांतिप्रिय भूमि पर इस तरह की हरकतें समाज में जहर घोलने का प्रयास हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का दुस्साहस न कर सके।

शांति बनाए रखने की अपील
पुलिस प्रशासन और समाजसेवी संगठनों ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कहा गया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
फिलहाल घरघोड़ा का नेगीपारा क्षेत्र पुलिस की निगरानी में है। लोगों की भावनाएं आहत हैं, लेकिन सभी की निगाहें अब प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं — ताकि धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने वालों को सख्त संदेश दिया जा सके।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट
