घरघोड़ा न्यायालय परिसर में मानव अधिकार दिवस पर जागरूकता का मंच, न्यायाधीशों ने साझा की संवेदनाओं की रोशनी

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम घरघोड़ा।
अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के अवसर पर जिला अपर सत्र न्यायालय, घरघोड़ा में बुधवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के निर्देश पर आयोजित यह कार्यक्रम तालुका घरघोड़ा के पैरालीगल वॉलिंटियर और अधिवक्ता संघ की संयुक्त पहल रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधीश श्री दामोदर प्रसाद चन्द्रा एवं सुश्री प्रीति झा ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री कैलाश गुप्ता द्वारा न्यायाधीशों के स्वागत के साथ हुई। अपने संबोधन में उन्होंने मानव अधिकारों के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “मानवाधिकार केवल अधिकार नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारी भी हैं, जो हर व्यक्ति को समान रूप से प्राप्त हैं।” उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क कानूनी सहायता की व्यवस्था की जानकारी भी उपस्थित जनसमूह को दी।
सहायक लोक अभियोजन अधिकारी श्री राजेश सिंह ठाकुर ने मानव अधिकारों की मूल भावना पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मनुष्य का जन्म ही उसे ऐसे अधिकार प्रदान करता है, जिनका संरक्षण समाज के हर व्यक्ति की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि भोजन, पहनावे, अभिव्यक्ति और सम्मानपूर्ण जीवन जीने का अधिकार किसी भी व्यक्ति से किसी भी परिस्थिति में नहीं छीना जा सकता।

कार्यक्रम में अधिवक्ता श्री देवेंद्र पंडा ने ग्रामीण समाज में फैली कुरीतियों और उनमें बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई। उन्होंने टोनही प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, बाल विवाह, बाल श्रम, तथा वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण से जुड़े कानूनों की सरल और प्रभावी जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया। उनके वक्तव्य ने उपस्थित ग्रामीणों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि सामाजिक अंधविश्वास किस तरह जीवन और समाज दोनों को प्रभावित करते हैं।
अंत में आगामी नेशनल लोक अदालत (13 दिसंबर) के संबंध में पर्चे वितरित कर जनसमूह को इसके महत्व और उपयोगिता से अवगत कराया गया।
यह पूरा आयोजन प्रधान जिला न्यायाधीश श्री जितेंद्र जैन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ तथा विशेष न्यायाधीश श्री शहाबुद्दीन कुरैशी, अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति घरघोड़ा के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों सहित सभी अधिवक्ता, न्यायिक कर्मचारी, पैरालीगल वॉलिंटियर बालकृष्ण, टीकम और लवकुमार, तथा बड़ी संख्या में आम नागरिक और पक्षकार उपस्थित रहे।
समाचार सहयोगी बीके चौहान