घरघोड़ा के कर्मठ सचिव अशोक चौहान का निधन — ईमानदारी और सेवा भावना से भरे जीवन ने छोड़ी अमिट छाप

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम घरघोड़ा (रायगढ़)।
जिला पंचायत घरघोड़ा के सचिव संघ को एक गहरा आघात लगा है। ग्राम पंचायत बैहामुड़ा के सचिव अशोक चौहान का रविवार रात उपचार के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। बीमारी की जानकारी जिला कार्यालय को पूर्व में दी जा चुकी थी। उपचार के दौरान उनकी हालत बिगड़ी और उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
अशोक चौहान अपने विनम्र स्वभाव, कर्मठता और सेवा भावना के लिए जाने जाते थे। पंचायत स्तर पर विकास कार्यों में उनकी भूमिका सदैव सक्रिय और प्रेरणादायी रही। वे अपने सहयोगियों के बीच एक ईमानदार, सरल और समर्पित अधिकारी के रूप में पहचाने जाते थे।
सेवा काल में निष्ठा और जिम्मेदारी का उदाहरण
अपने पूरे सेवाकाल के दौरान चौहान ने ग्राम पंचायत बैहामुड़ा सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में कई योजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका निभाई। चाहे वह मनरेगा योजनाओं का पारदर्शी संचालन हो, या ग्रामीण विकास कार्यों की निगरानी — उन्होंने हर जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाया।
उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता और जवाबदेही की झलक हमेशा देखने को मिलती थी, जिस कारण वे न केवल अधिकारियों बल्कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के भी चहेते रहे।
सचिव संघ और पंचायत परिवार में शोक की लहर
अशोक चौहान के निधन की खबर मिलते ही जिला सचिव संघ, पंचायत कर्मी, और नगर के जनप्रतिनिधियों में शोक की लहर दौड़ गई। घरघोड़ा और आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने उनके निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया।
सचिव संघ के सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा —
> “अशोक चौहान जैसे अधिकारी आज के समय में दुर्लभ हैं। वे हमेशा कार्य को सेवा मानते थे, और अपने हर सहयोगी के सुख-दुख में साथ खड़े रहते थे।”
चौहान समाज में भी शोक व्याप्त
अशोक चौहान के निधन से चौहान समाज में भी गहरा शोक व्याप्त है। समाज के वरिष्ठजनों और सामाजिक संगठनों ने इसे परिवार ही नहीं, पूरे समाज की क्षति बताया।
शोक संदेश में समाज के सदस्यों ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है।
अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि
अशोक चौहान का अंतिम संस्कार उनके पैतृक ग्राम पतरापाली में 10 बजे किया जायेगा, जहाँ बड़ी संख्या में ग्रामीण, अधिकारी, सहकर्मी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
“ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और सादगी की मिसाल बने अशोक चौहान की स्मृति हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।”