ग्रामीण स्वावलंबन को नई दिशा: ‘आगाज़’ संस्था में मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम विजयपुर, रायगढ़।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्वरोज़गार के नए अवसरों को बढ़ावा देने की पहल के तहत ‘आगाज़ — एक नई पहल’ संस्था द्वारा सोमवार, 16 नवंबर 2025 को मशरूम उत्पादन पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था परिसर में संपन्न इस प्रशिक्षण में विजनपुर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिला एवं युवा प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

आधुनिक खेती तकनीक पर फोकस
प्रशिक्षण की मुख्य ट्रेनर श्रीमती कमला साहू ने प्रतिभागियों को मशरूम की आधुनिक खेती तकनीकों, कम लागत में अधिक उत्पादन की विधियों, पौष्टिक गुणों और बाज़ार में उपलब्ध बढ़ते अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नियंत्रित तापमान, उचित नमी, स्वच्छता और सही कल्चर के उपयोग से मशरूम उत्पादन को ग्रामीण क्षेत्र में सफल उद्यम के रूप में स्थापित किया जा सकता है।

व्यावहारिक सत्र ने बढ़ाई प्रतिभागियों की रूचि
मोनिका इजरदार, प्रकाश जयसवाल, राजेन्द्र साहू, जय चौहान, लक्ष्मण सिंह, संगीता यादव, मेघा जाटवर और रिया सिंह सहित कई प्रतिभागियों ने व्यावहारिक सत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
प्रतिभागियों ने मशरूम बेड तैयार करने, बीज डालने, नमी प्रबंधन और फसल संरक्षण की प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से सीखकर कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताया।

महिलाओं और युवाओं को स्वरोज़गार से जोड़ने की पहल
संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और घर-आधारित उद्यमों को बढ़ावा देना है।
संस्था का मानना है कि कम पूंजी में शुरू होने वाला मशरूम उत्पादन ग्रामीण आजीविका का मजबूत विकल्प बन सकता है।
प्रतिभागियों की मांग—ऐसे कार्यक्रम नियमित हों
प्रतिभागियों ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण से उन्हें नई दिशा मिली है और वे इसे रोजगार के अवसर के रूप में आगे बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने संस्था से आग्रह किया कि भविष्य में भी इसी तरह के कौशल विकास कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएं।
समाचार सहयोगी नरेश राठिया की रिपोर्ट