गौरमुड़ी के तालाब में छह माह के हाथी शावक की दर्दनाक मौत, वन विभाग ने जांच तेज की

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़। तमनार वन परिक्षेत्र के गौरमुड़ी गांव में मंगलवार सुबह एक हृदयविदारक घटना सामने आई। लगभग छह माह के एक हाथी शावक की तालाब में डूबने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने सुबह तालाब के किनारे शावक का शव देखा और तत्काल वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और रेस्क्यू कर शावक के शव को तालाब से बाहर निकाला।
15 दिनों से सक्रिय 34 हाथियों का दल
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले पंद्रह दिनों से 34 हाथियों का बड़ा दल—जिसमें नर, मादा और कई शावक शामिल हैं—गौरमुड़ी, तमनार और आसपास के जंगल-पहाड़ियों में लगातार भ्रमण कर रहा है। इसी दौरान यह हादसा घटा है।
संभावित कारण: पानी पीते या खेलते समय फिसलकर गिरा शावक
प्राथमिक अनुमान के आधार पर अधिकारियों का कहना है कि शावक पानी पीने या खेलते समय तालाब में फिसलकर गिर गया होगा। तालाब का किनारा गहरा और फिसलन वाला होने के कारण वह खुद बाहर नहीं निकल पाया। घटना देर रात या सुबह के समय होने की संभावना जताई जा रही है।
वन विभाग ने शुरू की जांच, पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट होगा कारण
घटना स्थल का निरीक्षण कर वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शावक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।
वन अमले ने आसपास के इलाकों में भ्रमणशील हाथी दल की गतिविधियों पर भी नजर बढ़ा दी है।
ग्रामीणों में दुख, सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
गांव में शावक की मौत से ग्रामीणों में दुख का माहौल है। वहीं लगातार हाथी दल की मौजूदगी से किसानों और ग्रामीणों में सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ी है। कई गांवों में लोग रातभर पहरा दे रहे हैं ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
वन विभाग ने दी अपील
वन अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि हाथियों के दल के आसपास न जाएँ, और किसी भी गतिविधि या मूवमेंट की सूचना तुरंत वन अमले को दें।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट