गारे पेलमा सेक्टर-II में ब्लास्टिंग समय बदला, कंपनी प्रबंधन ने लिया सुधारात्मक कदम

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम तमनार (रायगढ़)।
गारे पेलमा सेक्टर-II कोल माइंस को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच कंपनी प्रबंधन ने ब्लास्टिंग समय में संशोधन कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। महाराष्ट्र स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (MSPGCL) द्वारा जारी कार्यालय आदेश के अनुसार अब ब्लास्टिंग का समय दोपहर 2 से 3 बजे के बजाय 1 से 2 बजे निर्धारित किया गया है, जो 16 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा।
यह बदलाव ऐसे समय में सामने आया है जब तमनार क्षेत्र में खनन गतिविधियों को लेकर पर्यावरणीय चिंता और स्थानीय जनभावनाएं लगातार मुखर हो रही हैं। क्षेत्र में चल रही निगरानी और मीडिया कवरेज की सक्रियता के बीच कंपनी प्रबंधन द्वारा लिया गया यह निर्णय यह संकेत देता है कि अब हर कदम सार्वजनिक (मीडिया) की नजरों में है और जनप्रभाव को नजरअंदाज करना आसान नहीं रह गया है।
स्थानीय जानकारों का कहना है कि ब्लास्टिंग समय में परिवर्तन भले ही तकनीकी निर्णय हो, लेकिन इसके पीछे जनसंवेदनाओं और हालिया घटनाक्रमों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। यह पहली बार है जब सतत निगरानी के चलते प्रबंधन को अपने फैसलों पर पुनर्विचार करना पड़ा है।
क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि यह बदलाव यह भी दर्शाता है कि कंपनी प्रबंधन अब एकतरफा निर्णय लेने के बजाय माहौल और परिस्थितियों को ध्यान में रखने के लिए मजबूर होगा। उनका कहना है कि “यह शुरुआत है, आगे भी हर गतिविधि पर नजर रहेगी—चाहे वह ब्लास्टिंग हो, पर्यावरणीय नियम हों या स्थानीय समुदायों से जुड़ा कोई फैसला।”
हालांकि कंपनी आदेश में इसे प्रशासनिक संशोधन बताया गया है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में इसे जनप्रभाव और सतर्क सामाजिक निगरानी का प्रत्यक्ष प्रभाव माना जा रहा है। यह घटनाक्रम यह संदेश भी देता है कि क्षेत्र में चल रहे मीडिया कवरेज और जनसंगठनों की भूमिका अब निर्णायक होती जा रही है।
कुल मिलाकर, गारे पेलमा सेक्टर-II में ब्लास्टिंग समय में किया गया यह बदलाव एक सकारात्मक घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है—जो यह स्पष्ट करता है कि कंपनी प्रबंधन के हर मूवमेंट पर मीडिया की नजर है और जनहित से जुड़े मुद्दों पर जवाबदेही तय की जा सकती है।
समाचार सहयोगी मनोज मेहर