खरसिया के राजीवनगर में संदिग्ध घटना, बुधराम उरांव के घर से आ रही तेज बदबू, पुलिस ने घेराबंदी की

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 11 सितंबर 2025 छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खरसिया थाना क्षेत्र से महज आधा किलोमीटर दूर स्थित राजीवनगर, ठुसेकेला में एक घर से तेज बदबू आने की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। स्थानीय निवासी बुधराम उरांव के घर का दरवाजा पिछले चार दिनों से बंद पड़ा है, और अंदर से आ रही दुर्गंध ने ग्रामीणों में अनहोनी की आशंका पैदा कर दी है। खरसिया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण अभी तक घर के अंदर का हाल पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सका। सूत्रों के अनुसार, घर में पति-पत्नी और तीन बच्चों सहित कुल पांच सदस्यों के होने की जानकारी है, जिससे मामले में रहस्य और गहरा गया है।
घटना खरसिया, राजीवनगर के ठुसेकेला इलाके में बुधराम उरांव के एक साधारण से घर से जुड़ी है। बुधराम उरांव (उम्र लगभग 45 वर्ष) स्थानीय स्तर पर एक किसान हैं और परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन जीते थे। पड़ोसियों के अनुसार, चार दिनों पहले (7 सितंबर को) परिवार ने घर का दरवाजा बंद कर लिया था। शुरुआत में किसी ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन मंगलवार सुबह से घर के आसपास तेज बदबू फैलने लगी। ग्रामीणों ने इसे नजरअंदाज करने की कोशिश की, लेकिन बुधवार दोपहर तक दुर्गंध इतनी असहनीय हो गई कि लोग डरने लगे। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “बुधराम का परिवार बहुत ही सौम्य था। बच्चे स्कूल जाते थे, लेकिन अचानक घर बंद हो गया। आज सुबह से बदबू इतनी तेज आ रही थी कि हमें लगा कोई अनहोनी हो गई है। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी।”
ग्रामीणों का कहना है कि परिवार में बुधराम, उनकी पत्नी सुनीता (उम्र 40 वर्ष), और तीन बच्चे (दो बेटियां उम्र 12 और 8 वर्ष, तथा एक बेटा उम्र 10 वर्ष) रहते थे। कोई बाहरी व्यक्ति या रिश्तेदार का हाल ही में आना-जाना नहीं दिखा। इलाके में फैली अफवाहों के अनुसार, परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक-ठाक थी, लेकिन कोई पुरानी दुश्मनी या विवाद की जानकारी नहीं है। फिर भी, बदबू की तीव्रता से संदेह हो रहा है कि घर के अंदर कोई शव सड़ रहा हो सकता है।
खरसिया थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश पटेल के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घर को घेर लिया और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू की। दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण फोर्स प्रवेश नहीं कर पाई। इंस्पेक्टर पटेल ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि घर से बदबू आ रही है और दरवाजा चार दिनों से बंद है। हमने परिवार के सदस्यों को पुकारा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अब हम दरवाजा तोड़ने या मजिस्ट्रेट की अनुमति लेकर अंदर प्रवेश करने की प्रक्रिया कर रहे हैं। पोस्टमार्टम और फोरेंसिक टीम को अलर्ट कर दिया गया है। मामले का खुलासा तभी होगा जब घर खुल जाएगा।”
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है, हालांकि इलाके में सीमित कैमरे हैं। ग्रामीणों को शांत रहने की हिदायत दी गई है, और पूरे क्षेत्र में सतर्कता बरती जा रही है। अगर यह कोई अपराधी घटना साबित होती है, तो जिला पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स बुलाई जा सकती है।
राजीवनगर एक छोटा-सा एरिया है, जहां ज्यादातर आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं। इस घटना ने पूरे इलाके में भय का वातावरण पैदा कर दिया है। महिलाएं और बच्चे घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं। एक बुजुर्ग महिला, कमला बाई ने कहा, “यहां कभी ऐसी घटना नहीं हुई। बुधराम का परिवार बहुत अच्छा था। अगर अंदर कुछ बुरा हुआ है, तो हम सब दुखी हैं। पुलिस जल्दी खुलासा करे।” स्थानीय पंचायत सदस्य ने भी जिला प्रशासन से तत्काल जांच की मांग की है।
प्रारंभिक आशंकाओं में प्राकृतिक मौत, बीमारी या कोई दुर्घटना शामिल है, लेकिन बदबू की तीव्रता से हत्या या अन्य संदिग्ध कारणों की भी जांच होगी। पुलिस ने परिवार के रिश्तेदारों को खोजने का काम शुरू कर दिया है। जैसे ही दरवाजा खुलेगा पुलिस जांच से सच्चाई सामने आएगी।