कितने अफसर हैं जो तबादले के बाद भी गए नहीं? जानिए कौन कौन हैं लिस्ट में..
अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़, 28 नवंबर। रायगढ़ जिले में कोई अफसर एक बार आ जाता है तो उसके कदम यहां से बमुश्किल उखड़ते हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें तबादला होने के बावजूद स्टे लेकर या कोई दूसरा जुगाड़ करके अधिकारी रायगढ़ में ही काबिज रहते हैं। ऐसे अफसरों के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने सर्कुलर जारी किया है। तबादला होने के बाद भी नवीन पदस्थापना स्थल में ज्वाइन नहीं करने वालों पर नाराजगी जताते हुए सामान्य प्रशासन विभाग ने सर्कुलर जारी किया है।
इसमें कहा गया है कि दस दिन के अंदर अफसरों को भारमुक्त करें। सात दिन के अंदर कोई भी शासकीय सेवक ज्वाइन नहीं करता है तो उस अवधि के लिए ब्रेक इन सर्विस माना जाएगा। उसके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई भी हो सकती है। लघुकृत अवकाश लेने पर मेडिकल बोर्ड के सामने उपस्थित होना पड़ेगा। कई बार अधिकारी हाईकोर्ट से स्टे ले लेते हैं और कत्र्तव्य से अनुपस्थित रहते हैं। बाद में इस अवधि के लिए वेतन, भत्ते आदि की मांग भी करते हैं। इसलिए जीएडी ने कड़े तेवर दिखाते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
आदेश में कहा गया है कि स्थानांतरित किए गए शासकीय सेवक का का अवकाश भी नवीन पदस्थापना वाले कार्यालय से ही स्वीकृत किया जाएगा। केवल अनुसूचित क्षेत्र से गैर अनुसूचित क्षेत्र में तबादले के बाद रिलीवर आने के बाद ही संबंधित अधिकारी को भारमुक्त किया जा सकेगा। रायगढ़ जिले में ऐसे कई अफसर हैं जो तबादले के बाद भी रुकते रहे। वर्तमान में तीन ऐसे अफसरों की चर्चा हो रही है। इसमें दो डिप्टी कलेक्टर भी शामिल हैं। इनका तबादला होने के बाद भी ये भारमुक्त नहीं किए गए।
जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान..✍️