मुड़ागांव में जंगल कटाई के खिलाफ तीखा विरोध, दूसरे दिन भी पुलिस तैनाती के बीच तनाव चरम पर

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में महाजनको के ठेकेदार अदानी द्वारा नए कोल प्रोजेक्ट के लिए जंगल की कटाई का मुद्दा गरमाता जा रहा है। सराईटोला पंचायत के आश्रित गांव मुड़ागांव में कल बड़े पैमाने पर पेड़ कटाई के बाद आज दूसरा दिन भी तनावपूर्ण रहा। सुबह से ही भारी पुलिस बल की तैनाती के कारण क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है, क्योंकि वे इसे अपनी आजीविका, जल, जंगल और जमीन के लिए खतरा मान रहे हैं।
कल हुई थी बड़े पैमाने पर कटाई, ग्रामीणों और पुलिस में तकरार
बीते दिन सैकड़ों की संख्या में जिले भर से पुलिस बल मौके पर तैनात था, जब लगभग 200 मजदूरों ने पेड़ कटाई का काम शुरू किया। इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच तीखी झड़प और झूमा-झटकी देखने को मिली। विरोध प्रदर्शन के दौरान क्षेत्रीय विधायक विद्यावती सिदार और पूर्व बीजेपी विधायक सत्यानंद राठिया सहित कई ग्रामीणों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। स्थानीय लोगों ने इसे रायगढ़ जिले में पहली बार देखी गई “तानाशाही” करार दिया है। वन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी भी इस दौरान मौके पर मौजूद थे।
कांग्रेस नेताओं का समर्थन, विरोध के स्वर होंगे तेज
सूत्रों के अनुसार, आज दोपहर 2 बजे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज तमनार पहुंच सकते हैं। उनके साथ प्रदेश प्रभारी, क्षेत्रीय कार्यकर्ता और कांग्रेसी विधायकों के शामिल होने की संभावना है। वे ग्रामीणों के जंगल कटाई के विरोध को समर्थन देने के लिए मौके पर जुटेंगे, जिससे प्रदर्शन और तेज होने की आशंका है। ग्रामीणों की भीड़ धीरे-धीरे बढ़ रही है, हालांकि अभी तक कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू नहीं हुआ है।
जल, जंगल, जमीन बचाने की लड़ाई
स्थानीय ग्रामीण जंगल कटाई को अपनी आजीविका और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा मान रहे हैं। उनका कहना है कि यह कटाई न केवल उनकी जमीन और जंगल को नष्ट कर रही है, बल्कि उनके जल स्रोतों को भी प्रभावित करेगी। ग्रामीणों का यह संघर्ष अब राजनीतिक रंग ले चुका है, और आने वाले घंटों में स्थिति के और भड़कने की आशंका जताई जा रही है। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यह मामला अब किस दिशा में बढ़ता है।