एसईसीएल रायगढ़ जीएम के साथ हुई ट्रेलर वाहन मालिक यूनियन रायगढ़ के पदाधिकारीयों की बैठक
आज की ट्रेलर यूनियन की स्थिति और लोगो की बेचैनी दूर करने समेत वाहन मालिकों को भयमुक्त करने हेतु एसईसीएल रायगढ़ के जनरल मैनेजर से सामान्य चर्चा किया गया। इस बैठक में यूनियन के रायगढ़ जिलाध्यक्ष दयानंद पटनायक, सचिव सत्यदेव तिवारी, संरक्षक बजरंग पटेल (छाल) कार्यकारिणी से संजय शर्मा, साथी रवि सागर, सीताराम पटेल, अभिषेक सिंह और अन्य मौजूद रहे।
आज छाल माइंस से टोटल डिस्पेच 1 वर्ष में सड़क से 60 लाख टन का है।
बरौद माइंस से टोटल साल में रोड सेल से 35 लाख टन का था जिसे इस महिने 7 लाख बढ़ाया है जिसके बाद अब 42 लाख टन हो गया है।
जामपाली माइंस से टोटल डिस्पेच साल में रोड से 30 लाख टन का है।
बिजारी माइंस से टोटल डिस्पेच साल में रोड से 23 लाख टन का है।
इन सभी माइंस को मिलाकर साल भर का कुल जोड़ने से 155 लाख टन होता है जो की वर्तमान मे डिस्पेच किया का जा रहा है।
जो अब आने वाले साल में बढ़कर छाल माइंस 60 लाख की जगह 90 लाख हो जाएगा और जामपाली माइंस में 30 लाख की जगह 35 लाख टन व बरौद माइंस 42 लाख की जगह 50 लाख टन साथ मे बीजारी माइंस में 23 लाख टन को बढ़ाकर 30 लाख टन डिस्पेच होना है। जो टोटल 205 लाख टन होना है।
इस डाटा पर यूनियन के जिला पदाधिकारियों ने कहा की इस डाटा को देखकर ना खुश होने की जरूरत है ना दुखी होने की जरूरत है जो कार्य यूनियन ने सोचा है वह चलता रहेगा और उसमें यूनियन आगे कार्यरत रहेगा, कोर्ट से स्टे आडर भी लगाएंगे और सभी माइंस छाल, जामपाली, बिजारी, बरौद, तमनार सभी जगह पार्किंग व्यवस्था सुचारू रूप से चालू की जाएगीI
आगे और एक बात जिलाध्यक्ष ने कहा की अभी तक टोटल साल भर में सभी माइंस जैसे छाल, जामपाली, बिजारी, बरौद मे सिर्फ डिस्पैच देखा जाए तो 155 लाख टन होना था जिसमें से सिर्फ 121 लाख टन ही हमारे गाड़ियों ने ढोया है। 14 लाख टन रेलवे के माध्यम से गया है अगर देखें तो 155 लाख टन मे से 135 लाख टन ही उठा पाये हैं।
बैठक के निष्कर्ष से पदाधिकारियों ने कहा की अगर हम ये मानते है तो इसी प्रकार माल उठाते है तो हमारे गाड़ी से ज़्यादा से ज्यादा 130 लाख टन ही उठा पाएंगे और रेलवे के क्षमता देखे तो प्रतिदिन दो से तीन रेक डिस्पेच करने की छमता के हिसाब से प्रति दिन 9250 टन ही डिस्पैच होगा और साल में 33 लाख 76000 टन ही डिस्पैच हो पाएगा अगर हम इस हिसाब से आकलन करें तो आज 155 लाख टन ही हम उठाने की छमता रखते है जिसमे रोड के द्वारा और रेल्वे दोनों को मिलाकर होता है तो क्या 205 लाख टन प्रोडक्शन होने पर हमको माल की कमी कभी नहीं होगी! आज की स्थिति दोस्तों हमको घबराने की जरूरत नहीं है धैर्यता से और सहज भाव से समय रहते हमको अगर अपनी स्थिति मालूम चल गई है तो पार्किंग व्यवस्था और स्टे आर्डर और जो आगे उचित लगेगा वह सभी कार्य करेंगे I