एसईसीएल बरौद विस्थापित परिवार मुख्यालय बिलासपुर का विस्थापन लाभ बढ़ोत्तरी को लेकर करेंगे प्रदर्शन एवं घेराव

01 अप्रैल को करेंगे CMD कार्यालय बिलासपुर का घेराव प्रदर्शन

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम। रायगढ़ जिला अन्तर्गत एसईसीएल की बरौद खुली खदान के प्रभावित ग्रामीण ने लंबित प्रकरण मांग को लेकर पुनः मोर्चा खोला दिया है एसईसीएल भारत सरकार का उपक्रम है और सदैव भारत सरकार की निति एवं नियमों का पालन करती है ऐसा एसईसीएल के अधिकारियों का कहना है लेकिन ऐसा नही है कम्पनी एक है लेकिन नियम कानून अलग- अलग है जैसे कोरबा जिले के गेवरा, दिपका,कुसमुंडा के विस्थापित परिवारों के लिए विस्थापन लाभ प्रति परिवार 10 लाख एवं अतिरिक्त पारितोषिक प्रोत्साहन राशि 05 लाख कुल 15 लाभ लाभ प्रदान किया जा है अन्य जिले बरौद परियोजना , कोरबा के ही सराईपाली परियोजना ,अंबिका परियोजना एवं अन्य खदानों के विस्थापित परिवार के लिए मात्र 03 लाख विस्थापन लाभ सुनिश्चित किया गया है जब की कम्पनी एक है तो विस्थापन लाभ का नियम कानून एक होना चाहिए सौतेला व्यवहार नही किया जाना चाहिए इन्हीं मांगों को लेकर सराईपाली परियोजना के ग्राम बुड़बुड़ एवं बरौद परियोजना के ग्राम -बरौद के विस्थापित एवं अंबिका परियोजना के करतली गांव को विस्थापन किया जाना है और पुराने पुनर्वास नीति के तहत् 03 लाख रुपए सुनिश्चित किया है जिसको लेकर ग्रामीण 2022 से 03 सालों से मांग करते आ रहे और समय -समय पर आन्दोलन हड़ताल खदान बन्दी एवं त्रिपक्षीय वार्ता करा अनेकों बार प्रबंधन के साथ हुई बैठकों में लिए गाऐ निर्णय में हमेशा ही ग्रामीणों को झूठी और जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन नही किया गया है और ग्रामीणों को लम्बे समय से आश्वासन देकर भ्रमित किया जा रहा है। अब ग्रामीण सीधे तौर पर आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हो गये है जिनको लेकर समस्त विस्थापित परिवार आने वाले समय में अपनी मांग को लेकर हजारों की संख्या में एसईसीएल बिलासपुर मुख्यालय का घेराव कर माननीय अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (CMD) के नाम ज्ञापन सौंपी जाऐगी तत्पश्चात भी मांगें नही मानी गई तो एक दिन – एसईसीएल के बरौद खुली खदान और सराईपाली परियोजना बुड़बुड़ खदान अन्य 04-05 खदानों को विस्थापन लाभ बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर पूर्ण रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी रायगढ़ जिले के बरौद परियोजना प्रभावित एवं कोरबा जिले के प्रभावित परिवारों ने पुरे तरह से मन बना लिया है ।

क्या कहते है एसईसीएल के अधिकारी – एसईसीएल अधिकारी का कहना है की सराईपाली परियोजना के ग्राम बुड़बुड विस्थापित परिवारों का मामला साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की कार्यात्माक निदेशक समिति (सीओएफडी ) द्वारा सराईपाली परियोजना के गांव बुड़बुड़ के लिए स्वीकृत अनुमोदन के लिए निदेशक मंडल बिलासपुर को अंतिम निर्णय हेतु प्रस्तावित किया गया है उक्त निर्णय को आधार बना कर सभी परियोजनाओं पर लागू किया जावेगा।
क्या कहते है ग्रामीण – बहुत सालों से ग्रामीणों को झूठी आश्वासन दिया जा रहा है हमेशा ही एसईसीएल के आला-अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को एसईसीएल बोर्ड का हवाला दे कर गुमराह किया जाता है जल्द से जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आन्दोलन के लिए विस्थापित परिवार मजबूर होंगे।